अल्मोड़ा। विगत शुक्रवार को एक उचित इलाज के अभाव में गर्भवती महिला की मौत को लेकर चिकित्सा विभाग पर सवाल उठ रहे है। स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के खिलाफ युवा नेता मनोज बिष्ट(भय्यू) ने लोगों से सोमवार 24 अगस्त 2020 को चौघानपाटा में एकत्रित होने की अपील की है।
यहा जारी बयान में मनोज बिष्ट(भय्यू) ने कहा कि गर्भवती महिला की मौत और उसके पेट मे पल रहे बच्चे की मौत के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर अल्मोड़ा के चौघानपाटा में सुबह 11 बजे से प्रदर्शन किया जायेगा। उन्होने कहा कि आज एक गांव की महिला के साथ यह घटना घटी है और कल किसी के साथ भी यह घटना घट सकती है और ऐसे में सभी को स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के खिलाफ आगे आना चाहिये।
उन्होने लोगों से अपील करते हुए कहा कि मृत महिला के परिवार को इंसाफ दिलाने में मदद करें और यह मदद उसके परिवार के साथ साथ हम लोगों के लिए होगी। कहा कि वह चाहते है कि भविष्य में ऐसी घटना ना घटित हो और ना ही किसी परिवार की बेटी या बच्चा इनके कुप्रबंधन के कारण जान से हाथ धो बैठे। उन्होने सभी लोगों से एक मंच में आकर इस मामले में दोषी लोगों को सख्त सजा दिलाने के लिये आगे आने की अपील की है।
गौरतलब है कि बीते 20 अगस्त को विकास खंड हवालबाग के ग्राम कटारमल कोसी निवासी गर्भवती महिला आशा देवी पत्नी मुन्ना सिंह की अस्पताल में मौत हो गई थी।
गर्भवती महिला को सांस की दिक्कत होने के चलते डॉक्टर उसे कोरोना जांच के नाम पर एक से दूसरे अस्पताल में दौड़ाते रहे। कई घंटों तक महिला व परिजन एक से दूसरे अस्पताल के चक्कर काटते रहे। आखिर में उपचार के अभाव में गर्भवती महिला की मौत हो गई थी।
इस प्रकरण के सामने आने के बाद अल्मोड़ा समेत अन्य पहाड़ी जिलों के लोगों में भयंकर आक्रोश है। लचर स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर लोग सरकार व अस्पताल प्रबंधन पर कई सवाल खड़े करने लगे है।
गर्भवती महिला की मौत के वास्तविक कारणों की जांच के लिए डीएम नितिन सिंह भदौरिया ने रविवार को मजिस्ट्रीयल जांच के आदेश दे दिए है।
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