पिथौरागढ़— खस्ताहाल सड़क बनी काल देवलथल-कनालीछीना रोड पर बोलेरो खाई में गिरी, युवक की मौत

पिथौरागढ़— खस्ताहाल सड़क बनी काल

पिथौरागढ़— खस्ताहाल सड़क बनी काल

The young man died in the Bolero moat on Deolathal-Kanalichina road पिथौरागढ़— खस्ताहाल सड़क बनी काल

पिथौरागढ़— खस्ताहाल सड़क बनी काल

पिथौरागढ़,06 सितंबर 2020— जिला मुख्यालय पिथौरागढ़ से लगभग 25 किलोमीटर दूर एक ग्रामीण ऊबड़ खाबड़ मोटर मार्ग में हुए सड़क हादसे में एक युवक की मौत हो गई, जब एक अन्य युवक घायल हो गया। कस्बा देवलथल और कनालीछीना मोटर मार्ग पर यह घटना शनिवार देर शाम हुई। हादसे से इलाके में शोक की लहर है।

पिथौरागढ़— खस्ताहाल सड़क बनी काल

शनिवार शाम करीब 7 बजे ग्राम चौपाता निवासी सुनील सिंह सामंंत उम्र 37 वर्ष पुत्र हयात सिंह, पंकज सिंह उम्र करीब 21 वर्ष पुत्र प्रेम सिंह निवासी लोहाकोट और एक अन्य व्यक्ति देवलथल से ग्राम चौपाता की ओर बोलेरो वाहन संख्या यूके 04 टीबी -0305 से जा रहे थे। इसी दौरान चौपाता के पास उबड़खाबड़ रास्ते में अनियंत्रित होकर वाहन करीब 50 मीटर गहरी खाई में गिर गया। क्षेत्रवासियों के अनुसार सुनील सिंह और पंकज सिंंह दुर्घटना ग्रस्त वाहन के साथ खाई में जा गिरे जबकिएक व्यक्ति ने वाहन लुड़कने पर कूद मार दी। इस हादसे में वाहन में बीच में बैठा सुनील गंभीर रूप से घायल हो गया। ग्रामीण सुनील और पंकज को खाई से निकालकर जिला अस्पताल के लिए ले गए, लेकिन तब तक उसकी मौत हो गई। वहीं थाना थल के प्रभारी थानाध्यक्ष नरेंद्र सिंह अधिकारी के अनुसार प्राथमिक जांच में दुर्घटना का शिकार होने वाले वाहन में दो लोग सवार थे। जिनमें से सुनील सिंह की मौत हो गई जबकि पंकज सिंह को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि मामले में आगे जांच की जाएगी।

  उधर हादसे से मृतक के परिवार में कोहराम मचा है । मृतक सुनील वाहन चलाकर परिवार की गुजर बसर करता था। उसकी अगले साथ शादी होनी सुनिश्चित हुई थी। परिवार में सुनील के अलावा छोटा भाई नीरज 28 साल का है, जो फिलहाल बेरोजगार बताया जा रहा है। मृतक सुनील का रविवार दोपहर पंचनामा भरने के बाद शव का पोस्टमार्टम किया जा सका, जिसके बाद उसे परिजनों के सुपुर्द किया गया। क्षेत्रवासियों का कहना है कि खस्ताहाल देवलथल-कनालीछीना मोटर मार्ग को दुरुस्त किये जाने की कई बार मांग की जा चुकी है, लेकिन जानलेवा हादसों के बावजूद संबंधित विभाग, प्रशासन तथा जन प्रतिनिधि इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।