5 जून 2020- गोविन्द बल्लभ पंत हिमालयन पर्यावरण संस्थान अल्मोड़ा में आज विश्व पर्यावरण दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरूवात पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय भारत सरकार के कैबिनेट मंत्री प्रकाश जावेडकर द्वारा नई दिल्ली स्थित मंत्रालय से उनके द्वारा विडियो कांन्फ्रेसिंग पर दिये गये संदेश के साथ की गई जिसमे उन्होने शहरी क्षेत्रों में जैव विविधता संरक्षण करने हेतु सिटि फारेस्ट योजना का आरम्भ किया।
इस खास दिवस पर संस्थान द्वारा आज भारतीय हिमालयी क्षेत्र की कृषि जैव विविधता पर एक बेबीनार का आयोजन भी किया गया। बेबीनार का आरम्भ करते हुए संस्थान के निदेशक डा0 रावल ने सभी पैनलिस्ट का स्वागत करते हुए हिमालय की कृषि जैव विविधता की पारम्परिक धरोहर एवं इसके उपयोग से होने वाले जीवन यापन के महत्व को कोविड-2019 के दौर में अत्यन्त उपयोगी बताया।
इस बेबीनार मे पैनल वक्ता के रूप में सिक्किम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 क्षेत्री, सार्ग विकास समिति की डा0 विनीता साह, सिक्किम विश्व विद्यालय के प्रो0 तमंग, शिमला विश्व विद्यालय की डा0 सावित्री, माणिपुर की डा0 शान्तिवाला, शिलोग विश्व विद्यालय के डा0 उत्पल डे, एवं डा0 सौरभ कुमार, हिमाचल के श्री सूद, अल्मोडा़ के मुख्य विकास अधिकारी श्री मनुज गोयल, गढवाल विश्व विद्यालय के प्रो0 सुंदरियाल, एवं राकेश मैखुरी आदि ने अपने विचार व्यक्त किये।
संस्थान द्वारा अन्र्तराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस के अवसर पर प्रकाशित ई0 न्यूजलेटर का विमोचन प्रो0 जी0 के0 निरोला कुलपति सिक्किम विश्वविद्यालय द्वारा किया गया। संस्थान में इस अवसर पर शोधार्थियां द्वारा औषधीय पौधों के साथ ही तेजपत्ता और तिमूर जैसे पौधों का रोपण भी किया गया। संस्थान के इनविस केन्द्र द्वारा इस अवसर पर कोविड-2019 एवं जैव विविधता विषय पर एक आनलाईन क्विज प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। पर्यावरण दिवस के इन कार्यक्रमेां में संस्थान के सभी वैज्ञानिको, एवं शोधार्थियों द्वारा सोशल डिस्टेन्सिग का पालन करते हुए भागीदारी की।