अल्मोड़ा दुग्ध संघ कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार जारी,कल से उग्र होगा आंदोलन

राजेश मेहता को दुग्ध संघ अल्मोड़ा का प्रधान प्रबंधक बनाए जाने के खिलाफ कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार आज भी जारी रहा। कर्मचारियों ने कल से…

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राजेश मेहता को दुग्ध संघ अल्मोड़ा का प्रधान प्रबंधक बनाए जाने के खिलाफ कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार आज भी जारी रहा। कर्मचारियों ने कल से आंदोलन को उग्र करते हुए दोपहर 12 बजे तक दुग्ध कलैक्शन वाहनों को दुग्धशाला में नही आने देने का ऐलान किया है। कर्मचारियों ने इससे संबधित ज्ञापन भी प्रेषित किया है।


बताते चले कि उत्तराखण्ड सहकारी डेरी फेडरेशन के निदेशक ने 2 फरवरी को अल्मोड़ा दुग्ध संघ के प्रधान प्रबंधक सन्तोष कुमार सिंह के स्थान पर दुग्ध संघ पिथौरागढ़ में तैनात राजेश मेहता को दुग्ध संघ अल्मोड़ा में प्रधान प्रबन्धक बना दिया था। इस आदेश के आने के बाद से कर्मचारी भड़क गए और 3 फरवरी से आंदोलन पर चले गए।


हड़ताल कर रहे कर्मचारियों का कहना है कि राजेश मेहता यू०सी०डी०एफ० के कार्मिक है औरदुग्ध संघ अल्मोड़ा में तैनाती होने पर इनके वेतन मद में लगभग 1.25 लाख प्रतिमाह संस्था को देना पड़ेगा। जबकि दुग्ध संघ की आर्थिक स्थिति बहुत खराब है। कर्मचारियों को दो माह से वेतन नही मिला है। वही 3 साल से महंगाई भत्ता भी नही दिया गया। संस्था को महंगाई भत्ते का लगभग रू0 1 करोड़ रूपया कर्मचारियों का देना है।

इसके साथ ही पशु आहार क्रय का 65 लाख रूपये का भुगतान नही किया गया है। वही दुग्ध उत्पादकों को 2 महीने से दुग्ध क्रय मूल्य का भुगतान नही दिया गया है और यह राशि लगभग 2 करोड़ के आसपास बनती है। दुग्ध संघ चम्पावत को दुग्ध क्रय का रू 19 लाख, दुग्ध संघ पिथौरागढ़ को रू० 2 लाख, दुग्ध संघ लालकुओं को रू0 14 लाख की धनराशि का भुगतान किया जाना है।

कर्मचारियों का कहना है कि दुग्ध संघ पर कुल 4 करोड़ के आसपास की देनदारी है और नए प्रबंधक के आने से संस्था पर और ज्यादा आर्थिक भार पड़ जाएगा। कर्मचारियों ने ​किसी राजकीय अधिकारी को प्रधान प्रबंधक का चार्ज देने की मांग की।


कर्मचारियों ने आदेश निरस्त न होने पर कल 7 फरवरी से दुग्ध उपार्जन ,वितरण के वाहनों को दोपहर 12 बजे तक दुग्धशाला में प्रवेश नहीं करने देने का ऐलान करते हुए कहा कि वाहनों के विलम्ब से प्रवेश करने पर दुग्ध के खट्टा-फटा होने पर सारा
उत्तरदायित्व शासन और प्रशासन का होगा।


कर्मचारियों ने यह भी कहा है कि नए प्रबंधक राजेश मेहता का वेतन यू.सी.डी.एफ या अन्य संस्था से दिया जाता है तो भी उन्हें वह प्रधान प्रबन्धक के पद पर स्वीकार नही करेगें। कहा कि राजेश मेहता पर दुग्ध संघ पिथौरागढ़ में कार्यकाल के दौरान साइलेज घोटाला एवं भ्रष्टाचार की जांच चल रही है।


कर्मचारियों ने अपनी मांग से संबधित ज्ञापन डेरी विकास विभाग के सहायक निदेशक,
दुग्ध संघ के प्रशासक मुख्य विकास अधिकारी, उत्तराखण्ड सहकारी डेरी फेडरेशन लि0 हल्द्वानी के प्रबन्ध निदेशक,डेरी विकास विभाग के निदेशक,विभाग के मंत्री और जिलाधिकारी को भेजा है। ज्ञापन में राजेंद्र सिंह लटवाल,प्रेम सिंह बिष्ट,अरूण नगरकोटी,कमला बिष्ट,राजेंद्र कांडपाल,शिव शंकर बोरा,देवेंद्र कुमार वर्मा,बलवंत रावत,कौसर जहां,पुष्पा तिवारी,दीप चंद्र जोशी,सुंदर लाल,नरेश कुमार शर्मा,ललित प्रसाद,मनोहर सिंह कठायत,विकास सिंह कनवाल,सोनिया कर्नाटक,सुनीता उप्रेती,राधा आर्या,सुनीता जोशी,प्रकाश जोशी,मुन्नी मेहता,गणेश दत्त,लाल सिंह रौतेला,उत्तम सिंह,वीरेंद्र सिंह,नरेंद्र सिंह आदि के हस्ताक्षर है।