अजब—गजब: पुलिस से ही न्याय मांग रही पुलिस, पहली बार महकमे के मुखिया के खिलाफ लामबंद हुए पुलिसकर्मी, सड़कों में उतर कर किया विरोध—प्रदर्शन, जानिए वजह

डेस्क। राजधानी में यह पहली दफा देखने को मिल रहा है कि हजारों की संख्या में पुलिसकर्मी अपने ही महकमा के मुखिया के खिलाफ सड़कों…

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डेस्क। राजधानी में यह पहली दफा देखने को मिल रहा है कि हजारों की संख्या में पुलिसकर्मी अपने ही महकमा के मुखिया के खिलाफ सड़कों में उतर कर विरोध—प्रदर्शन कर रहे हो। इतना ही नहीं बल्कि पुलिस वाले खुद पुलिस से न्याय की गुहार लगाते नजर आ रहे है। उच्चाधिकारियों के खिलाफ पूरा पुलिसतंत्र लामबंद हो गया है।

मामला देश की राजधानी का है। बीते दिवस तीसहजारी कोर्ट में वकीलों व पुलिस के बीच पार्किंग को लेकर मामूली सी कहासुनी हो गई थी बाद में मामला मारपीट में उतर आया था। देखते ही देखते एक दिन के भीतर यह मामला राजधानी समेत पूरे देश में आग की तरह फैल गया। मामला इतना बढ़ गया कि पूरा पुलिसकर्मी व उनके परिवार के सदस्य न्याय की मांग को लेकर अपने ही महकमा के मुखिया के खिलाफ सड़कों में उतर आए है। साथ ही उच्चाधिकारियों के खिलाफ जबर्दस्त प्रदर्शन कर रहे है। पुलिस का आरोप है कि तीसहजारी कोर्ट में वकीलों ने उनके साथ बदसलूकी की और फिर उन लोगों के साथ जगह-जगह बदतमीजी की गई। इन घटनाओं के सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध है उसके बाद भी उनके अधिकारियों पर ही एक्शन लिया जा रहा है।

नाराज पुलिसकर्मियों के बीच पहुंचे पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक भी उन्हें मनाने में असफल रहे। उन्होंने कहा कि पुलिस ने हर तरह की परिस्थिति को हैंडल किया है यह परिस्थिति भी सुधर जाएगी। कहा कि यह हमारे लिए परीक्षा की घड़ी है और हमे कानून का पालन करते हुए न्याय का इंतजार करना चाहिए। उन्होंने सभी से कानून की रखवाली करने में सहयोग करने की अपील की। लेकिन आक्रोशित पुलिसकर्मियों को अपने मुखिया की बातों का कोई असर नहीं हुआ और वह अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन में अड़े रहे। पुलिसकर्मियों का कहना है कि मामले के बाद जहां हाईकोर्ट अपने वकीलों के पक्ष में दिखाई दे रही है वही, पुलिस महकमा के मुखिया क्यों पुलिस के साथ खड़े नहीं है।
मामला इतना गरमा ​गया कि कांग्रेस ने भी सरकार पर तंज कसने शुरू कर दिए है। कांग्रेस का कहना है कि क्या भाजपा का न्यू इंडिया यही है। पुलिस कमीश्नर के बाद पुलिसकर्मियों को मनाने पहुंचे ज्वाइंट सीपी राजेश खुराना भी समझाने में हुए नाकाम हुए और प्रदर्शनकारी पुलिसकर्मियों ने इस दौरान ‘गो बैक’ और ‘पुलिस कमिश्नर कैसा हो किरण बेदी जैसा हो।’ इन नारों के बीच पुलिस कमिश्नर को वापस लौटना पड़ा।