महिलाओं ने पहले तो की जान पहचान,फिर मदद के नाम पर ठग लिए 79 हजार

पिथौरागढ़। आजकल आनलाइन ठगी करने के लिए ठग अनेक रास्ते और बहाने तलाश लेते हैं, लेकिन ताज्जुब की बात ये भी है कि लोग आसानी…

Women first made acquaintance, then cheated 79 thousand rupees in the name of help

पिथौरागढ़। आजकल आनलाइन ठगी करने के लिए ठग अनेक रास्ते और बहाने तलाश लेते हैं, लेकिन ताज्जुब की बात ये भी है कि लोग आसानी से इनके झांसे में आ जाते हैं। ऐसा ही एक मामला थाना गंगोलीहाट क्षेत्र में सामने आया है।


पिथौरागढ़ पुलिस ने इस मामले में दो महिलाएं सहित 6 आरोपियों को छत्तीसगढ़ से दबोचने में सफलता हासिल की है। विगत 1 फरवरी को राजेन्द्र सिंह निवासी रावलगांव ने थाना गंगोलीहाट में एक शिकायत दर्ज कराई, जिसमें बताया कि लगभग 10 माह पूर्व उन्हें गंगोलीहाट मन्दिर में दो महिलाएं मिलीं। महिलाओं ने उनसे मन्दिर के बारे में तमाम जानकारी प्राप्त की और साथ ही उनका फोन नम्बर ले लिया।


इसके बाद लगभग दो माह पूर्व राजेंद्र सिंह को उनमें से एक महिला का फोन आया, जिसमें तब उसने बताया कि वह हरिद्वार में टीचर है, लेकिन इस समय काफी परेशानी में है। उसने कहा कि वह अभी राजस्थान में है जहां उसकी बहन काफी बीमार है और उसके ईलाज के लिये उसे पैसे की सख्त जरूरत है। महिला ने यह भी कहा कि वह राजस्थान जल्दबाजी में आ गयी और उसके पास पैसे नहीं हैं। तहरीर के अनुसार इसके बाद महिला ने फिर फोन कर राजेंद्र सिंह से कहा कि उसकी बहन मर गयी है और उसके पास पैसे नहीं हैं, इसलिए उसे रूपये भेज दें। उसने यह भी कहा कि वह हरिद्वार वापस जाकर उनके रुपये भेज देगी।

बात यहीं खत्म नहीं हुई, फिर दूसरे दिन महिला ने कहा कि उसका एक्सीडेंट हो गया है और वह इन्दौर के अस्पताल में भर्ती है। उसने फिर पैसे मांगे और कहा कि आपके सारे पैसे वापस कर दूंगी। इस तरह ठगों के झांसे में आकर राजेंद्र सिंह ने उस महिला को कुल 79 हजार रूपये भेज दिये। पैसे भेजने के बाद शिकायतकर्ता ने जब थोड़ा जांच पड़ताल की तो उन्हें अहसास हुआ हुआ कि वह ठगी का शिकार हो गये हैं।


इस तहरीर के आधार पर थाना गंगोलीहाट में आईपीसी की धारा 420 में मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह के आदेशानुसार चौकी प्रभारी पनार हरीश सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने मामले की जांच पड़ताल शुरू करी। टीम ने साइबर सेल की मदद से इस मामले में 6 अभियुक्तों क्रमशः सुमित गिरी पुत्र भोरा राम निवासी सेन्डरी, विलासपुर, छत्तीसगढ़, अविनाश साहू पुत्र चरण लाल साहू निवासी लावल बलोरा बाजार छत्तीसगढ़, पंकज पटेल पुत्र जलेश्वर पटेल निवासी स्कूल चौक लोफन्डी, विलासपुर छत्तीसगढ़, वर्षा पटेल पुत्र पंकज पटेल निवासी स्कूल चौक लोफन्डी, विलासपुर, रमाशंकर श्रीवास पुत्र होरीलाल निवासी ग्राम पांड, विलासपुर तथा लिपिका मन्नाडे पुत्री प्रदीप मन्नाडे निवासी भथरी आवास पारा, थाना जहारगांव जिला मुंगोली छत्तीसगढ़ के घर पर दबिश देकर उन्हें दबोच लिया। आरोपियों को नोटिस तामील कराकर समय से न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत होने की हिदायत दी गयी।