नौनिहालों के भविष्य से हो रहे खिलवाड़ का आखिर कौन है जिम्मेदार: शिक्षा विभाग का एक और अजब कारनामा आया सामने

अल्मोड़ा। सरकारी विद्यालयों के शिक्षकों की मनमानी जगजाहिर है। एक ऐसा ही मामला और उजागर हुआ है। डीईओ बेसिक आरएस यादव के निरीक्षण में भै​सियाछाना…

अल्मोड़ा। सरकारी विद्यालयों के शिक्षकों की मनमानी जगजाहिर है। एक ऐसा ही मामला और उजागर हुआ है। डीईओ बेसिक आरएस यादव के निरीक्षण में भै​सियाछाना ब्लाक के दो स्कूलों में निर्धारित समय से पहले ताले लटके मिले। कार्यों के प्रति उदासीनता व सरकारी नियमावली का उल्लंघन बताते हुए डीईओ ने दोनों स्कूलों के प्रधानाध्यापकों से स्पष्टीकरण मांगा है।

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दरअसल अभिभावकों की ओर से अफसरों को पूर्व में विद्यालय की अव्यवस्थाओं को लेकर शिकायत की गई थी। शुक्रवार को डीईओ बेसिक आरएस यादव ने विकासखंड के राप्रावि दियारी तथा राजूहां दियारी को औचक निरीक्षण किया। दोनों विद्यालय निर्धारित समय से आधा घंटा पहले बंद मिले। डीईओ बेसिक यादव ने बताया कि समय से पहले स्कूल बंद करना शिक्षकों की गंभीर लापरवाही है। इससे छात्र—छात्राओं के पठन—पाठन भी असर पड़ रहा है। मामले में दोनों स्कूलों के प्रधानाध्यापकों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। स्पष्टीकरण प्राप्त होने के बाद ही संबंधित शिक्षकों के खिलाफ आवश्यक कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। इसके बाद डीईओ राप्रावि काचुला के निरीक्षण में पहुंचे। जहां सभी व्यवस्थाएं संतोषजनक पायी गयी।

दूरस्थ ब्लाकों में व्यवस्थाएं और अधि​क खराब

जिला मुख्यालय से महज 50—60 किमी की दूरी पर जब सरकारी शिक्षा व्यवस्था का ये हाल है तो सल्ट, स्याल्दे, भिकियासैंण समेत दूरस्थ क्षेत्र वाले ​ब्लाकों में शिक्षा व्यवस्था की क्या स्थिति होगी इससे अनुमान लगाया जा सकता है। कही न कही इसके लिए अफसर भी जिम्मेदार है। अधिकारी सड़क के आस पास के स्कूलों का तो निरीक्षण करते है। लेकिन दुर्गम क्षेत्रों की कोई सुध नहीं लेता। शिक्षकों व अफसरों की मनमानी का असर नौनिहालों के भविष्य पर पड़ता है।

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