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किसने बांटा यह विवादों का आटा (flour), विपक्ष (Opposition) के लिए मुद्दा बना पुराने थैले में नया आटा

UTTRA NEWS DESK
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अल्मोड़ा, 24 अप्रैल 2020
सोमेश्वर विधान सभा में लॉक डाउन (Lock Down) के दौरान बांटा गया आटा (flour)
कहीं बेबसी का मजाक बनाने की चाल का परिणाम तो नहीं था. यह पूरा प्रकरण अब चर्चा और चिंतन का विषय बन गया है.

यहां राहत के नाम पर बांटे जा रहे आटे को जिस तरह सोशल मीडिया में रहबरी जिंदाबाद बनाने की कोशिश की गई. सोशल मीडिया ही पूरी घटना का पर्दाफाश करने का माध्यम भी बन गई.

बात हाथ ले निकली तो आनन फानन में आटा (flour) वितरण से जुड़े लोगों ने फर्म एक स्पष्टीकरण मंगवाकर उसे सोशल मीडिया में चस्पा कर अपना पल्ला झाड़ने की कोशिश की गई लेकिन तब तब पूरे क्षेत्र में यह बात फैल गई कि जरूरतमंदो की मजबूरी से कोई खेल खेल रहा है.

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फर्म की ओर से जारी किया गया पत्र

लेकिन कहानी अब सोशल मीडिया (social media) से आगे बढ़कर विपक्ष के लिए मुद्दा बन गई है, कांग्रेस जिलाध्यक्ष पीतांबर पांडे (Pitambar Pandey) ने इसकी निंदा करते हुए मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है.

सोमेश्वर (Someshwar) के रामलीला मैदान में इस कार्यक्रम की शुरुआत हुई फिर विधानसभा के लोद, रमेलडूंगरी, उतरौड़ा घुरदौड़ा, मवे, बड़गांव, बलौट आदि गांवों में आटा (flour) सहित अन्य सामग्री वितरित किया लेकिन पांच 5 किलो के आटे के जो बैग ग्रामीणों को बांटे गए वह सभी बैग 2018 के थे, जिन्हें इस्तेमाल करने की समय सीमा (बेस्ट बिफ़ोर डेट) कब की समाप्त हो चुकी थी.

जाहिर तौर पर जैसे ही यह बात सामने आई इससे हंगामा खड़ा हो गया. हालांकि, राशन वितरण होते ही बीजेपी के कई पदाधिकारियों की वाल पर देवतुल्य शब्द का इस्तेमाल कर खूब सराहना की गई, पोस्टों में ही इसे मंत्री का मानवीय प्रयास बताया गया लेकिन जैसे ही दूसरी ओर से आटे का पुराना होने ही बात उड़ी तो फिर इसने चर्चाओं की आँधी को जन्म दे दिया.

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आटा एक्सपायरी होने को लेकर सोशल मीडिया में वायरल की गई पोस्ट

इस दौरान सोशल मीडिया (social media) में ही फर्म का पत्र बताए जा रहे एक स्पष्टीकरण को डाला गया जिसमे लॉक डाउन के चलते नये पैकेट उपलब्ध नहीं होने की बात कही गई. पत्र के वायरल होने के बाद भी चर्चाएं थमी नहीं. पत्र और सोशल मीडिया में गुणगान आरती को देखते हुए विपक्ष हमलावर हो गया है.

कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष पीतांबर पांडेय (Pitambar Pandey) ने कहा कि यह एक जांच का विषय है. उन्होंने कहा कि सरकार में बैठे लोगों के परिवारजनों द्वारा गरीब लोगों को एक्सपायरी डेट का आटा (flour) वितरित कर गुमराह एवं उनके स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. जो कि काफी चिंता का विषय है.

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पांडेय ने कहा कि जागेश्वर विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल (Govind Singh Kunjwal) को उम्रदराज लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु मल्टी विटामिन की दवा एक माह के लिए प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की उपस्थिति में बांटने की अनुमति प्रशासन द्वारा नहीं दी गई. उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि सोमेश्वर में सरकार के दबाव में प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को भी मौन रहने को मजबूर रहना पड़ा.

इधर एसडीएम सदर सीमा विश्वकर्मा (Seema Vishwakarma) ने बताया कि खाद्य सुरक्षा अधिकारी अभय कुमार सिंह द्वारा उक्त आटे (flour) की गुणवत्ता की भौतिक जांच करायी गयी. जांच के बाद खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने अवगत कराया कि उक्त वितरित आटे की गुणवत्ता सही है, जो खाने योग्य है.

एसडीएम ने बताया कि यह भी संज्ञान में लाया गया कि सम्बन्धित संस्था के पास पैकेट समाप्त होने के कारण उक्त आटा वर्ष 2018 के पैकेटों में पैक किया गया है. एसडीएम ने बताया कि आटे (flour) का सैंपल जांच के लिए खाद्य प्रयोगशाला रूद्रपुर को भेजा गया है.