रिपोर्ट में 73 फ़ीसदी परिवारों की मासिक आय 5000 रुपये से कम बताई गई है इसके बाद आयोग ने मूलभूत सुविधाओं के अभाव को पलायन की मुख्य वजह बताया है।
। 2018 तक 1734 गांव खाली हो चुके थे राज्य में 405 गांव ऐसे थे, जहां 10 से भी कम लोग रहते हैं। देवभूमि के 3.5 लाख से अधिक घर वीरान पड़े हैं, जहां रहने वाला कोई नहीं।
सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के गृह जनपद पौड़ी में ही अकेले 300 से अधिक गांव खाली है। अब खाली पड़े गांवों को भूतिया गांव(Haunted village) कहे जाने लगा है। आयोग ने यह भी माना है कि पलायन के मामले में इस बार भी पौड़ी और अल्मोड़ा जिले शीर्ष पर रहे हैं।