सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा को कब मिलेगी पेयजल की समस्या(Drinking water problem) से निजात, कांग्रेस जिलाध्यक्ष पीताम्बर पांडेय ने कहा शासन—प्रशासन को गंभीरतापूर्वक विचार करने की आवश्यकता

अल्मोड़ा, 07 जून 2020अल्मोड़ा नगर में इन दिनों पेयजल संकट (Drinking water problem) गहराया हुआ है. नगर के कई मोहल्लों में तीन दिन में एक…

अल्मोड़ा, 07 जून 2020
अल्मोड़ा नगर में इन दिनों पेयजल संकट (Drinking water problem)
गहराया हुआ है. नगर के कई मोहल्लों में तीन दिन में एक बार पानी की सप्लाई हो पा रही है. गर्मी के सीजन की शुरूआत में ही लोगों को पेयजल की आपूर्ति नहीं हो पा रही है. कहीं पेयजल की आपूर्ति हो भी रही है तो वह पानी पीने के योग्य नहीं है.

आज जारी एक बयान में अल्मोड़ा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष पीताम्बर पान्डेय ने अल्मोड़ा में विगत कुछ दिनों से बाधित चल रही पेयजल आपूर्ति पर गहरा रोष व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि अल्मोड़ा की पेयजल समस्या (Drinking water problem) एक गंभीर चिन्ता का विषय है तथा इस विषय पर शासन-प्रशासन को गम्भीरतापूर्वक विचार करने की आवश्यकता है.

जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवम् अल्मोड़ा नगर निवासी पीताम्बर पान्डेय ने कहा कि जलसंस्थान विभाग के अफसरों द्वारा पाइपलाईन क्षतिग्रस्त होने, विद्युत कटौती व को बारिश के बाद कोसी नदी में सिल्ट आ जाने से सुचारू रूप से पेजयल आपूर्ति नहीं हो पाने का हवाला दिया जा रहा है. जो उचित प्रतीत नहीं होता है. उन्होंने कहा कि प्रश्न यह है कि शासन-प्रशासन इस विषय में उचित समय पर इस समस्या का निदान क्यों नहीं कर पाता है.

पीतांबर पांडेय ने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार द्वारा कोसी नदी में बहुत बड़े डैम का निर्माण विभाग के सुझाव एवम् मांग पर किया गया था. पेयजल विभाग की मांग पर ही नया इंटकवैल एवम् पाइपलाईन की स्वीकृति भी तत्कालीन शासन में दी गयी थी. जिसमें इंटकवैल का निर्माण वर्तमान सरकार के कार्यकाल में कराया गया है. करोड़ों रुपये की लागत से बने इस इंटकवैल के निर्माण के बाद से इस कार्य की गुणवत्ता के लिए बार-बार जांच की मांग उठते आ रही है. इसके लिए भी सरकार की जिम्मेदारी निर्धारित की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि कोसी नदी में गाद आ जाने के कारण दूसरे—तीसरे दिन जिस पानी की आपूर्ति अल्मोड़ा नगर में की जा रही है वह बिल्कुल भी पीने योग्य नहीं है.

कांग्रेस जिलाध्यक्ष पांडेय ने कहा कि एनटीडी में काफी पुराने विक्टर मोहन जोशी जलाशय के नवनिर्माण में बड़ी धनराशि व्यय इसलिए की गयी थी कि उसमें पानी का भंडारण कर आपात स्थिति में पेयजल आपूर्ति नगर में की जा सके, लेकिन यह कार्य भी सम्भव नहीं हो सका है.

पीतांबर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी शासन—प्रशासन से मांग करती है कि अल्मोड़ा नगर जिसकी आबादी लगभग 1 लाख के करीब है इसमें सुचारू रूप से स्वच्छ पेयजल आपूर्ति हेतु विभाग एवम् सरकार को गंभीरता पूर्वक सोचना होगा तथा इसके नवनिर्मित कार्यों की गुणवत्ता की जांच के साथ-साथ पाइपलाईन निर्माण व बरसात में आने वाले गाद का शीध्र निस्तारण कर शुद्व पेयजल आपूर्ति हेतु विभाग एवम् सरकार को धरातल पर उतरकर कार्य करने की आवश्यकता है.

उन्होंने कहा कि यदि इसी स्थिति की लगातार पुनरावृत्ति होती है और जलसंस्थान जनता को सुचारू रूप से शुद्व पेयजल आपूर्ति नहीं करा पाता है तो मजबूर होकर पूरे नगरवासियों की मांग को लेकर व्यापक जन आन्दोलन की राह पकड़कर सरकार को जगाने का कार्य कांग्रेस पार्टी करेगी.