अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते व्यापारिक तनाव और टैरिफ चिताओं की वजह से सोने की कीमतों में कमी देखने को मिल रही थी लेकिन अब अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत ₹3200 तक पहुंच गई है। जिसका असर भारत में भी देखने को मिल रहा है। भारतीय बाजार में सोने के दाम में रोज उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है।
मुंबई में 24 कैरेट सोने की कीमत 96000 प्रति 10 ग्राम पहुंच गई जबकि 22 कैरेट वाले सोने का भाव 87460 रुपए प्रति 10 ग्राम रहा। शुक्रवार की तुलना में 2000 रुपये तक बढ़ गए हैं। सोने की कीमत अपना नया रिकॉर्ड भाव यानी 1,00,000 रुपये के स्तर पर जाने के लिए केवल 4,500 रुपये की दूर है।
ज्वेलर्स का कहना है कि फिलहाल सोने के बड़े हुए भाव की वजह से खरीदारी नहीं हो रही है। शादी ब्याह का मौसम है, इस वजह से 80% ग्राहक रीसाइकलिंग गोल्ड यानी पुराने आभूषणों को नया करवा रहे हैं। जिसमें केवल बनवाई ही देनी पड़ती है। पुराने सोने को बेचकर उनकी जगह नया आभूषण लिए जा रहे हैं।
सोने के सिक्कों अथवा सोने के बार को बेचकर भी ग्राहक आभूषण में बदल रहे हैं। वे कहते हैं, इतने अधिक भाव में नई खरीदारी 5 प्रतिशत तक देखने को मिल रही है, जिसमें भी उच्च आय वर्ग ही खरीदारी करता दिखाई दे रहा है। चांदी में भी छोटी वस्तुओं की खरीदारी है, जिसमें पायल अथवा उपहार में दी जाने वाली हल्की वस्तुओं की मांग 10 प्रतिशत तक है।
बताया जा रहा है कि फिलहाल ग्राहकों को सोने की खरीदारी करने के लिए थोड़ा इंतजार करना चाहिए। यदि वह निवेश करना चाहते हैं तो गोल्ड ईटीएफ में सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान के जरिए कर सकते हैं क्योंकि सोना इतना महंगा हो गया है कि फिलहाल इसकी खरीदारी योजना बाद तरीके से करने की जरूरत है।
आनेवाले समय में सोने और चांदी कीमतों में वृद्धि होनी तय है। इस अनिश्चितता भरे माहौल में फिजिकल सोना न लेकर गोल्ड ईटीएफ के जरिए ग्राहक अपना निवेश सोने में बढ़ा सकते हैं, जो सबसे सुरक्षित निवेश विकल्प में से एक है।