जानिए कहां पूर्व विधायक (EX MLA) ने 99 साल की उम्र में में दान दे दी जमापूंजी।

उत्तरा न्यूज डैस्क 99 वर्ष की उम्र में शरीर दान नहीं कर सकता इसलिए जमा पूंजी दे रहा हूँ, यह कहना है एक पूर्व विधायक…

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99 वर्ष की उम्र में शरीर दान नहीं कर सकता इसलिए जमा पूंजी दे रहा हूँ, यह कहना है एक पूर्व विधायक का। प्रधानमंत्री मोदी ने भी कोरोना वायरस से लड़ने के लिए अपनी बचत दान करने वाले 99 साल के जूनागढ़ के पूर्व विधायक रत्नभाई ठुम्मर को फोन कर उनके इस प्रयास की प्रशंसा की। पूर्व विधायक जूनागढ़ जिला कलेक्टर के कार्यालय गए और 51 हजार रुपये का चेक सौंपा। और कहा ‘मैंने इसलिए सरकार को दान देने का फैसला किया है क्योंकि इस उम्र में मैं शरीर से मदद नहीं कर सकता।’ रत्नभाई ठुम्मर 1975 से 1980 के बीच जूनागढ़ में मेंदारा मानिया सीट से विधायक थे। इनके विषय में कहा जाता है कि इन्होंने कभी वेतन नहीं लिया। गुजरात सरकार की ओर से जारी बयान के मुताबिक पीएम मोदी ने ठुम्मर से कहा, ‘मैंने आपको बचत दान करने की वजह से फोन किया है। आप इस उम्र में भी अच्छा काम कर रहे हैं। अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखिएगा।’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस से लड़ने के लिए अपनी बचत दान करने वाले 99 साल के पूर्व विधायक रत्नभाई ठुम्मर को फोन कर उनके इस प्रयास की प्रशंसा की। पीएम मोदी ने करीब तीन मिनट तक उनसे फोन पर बात की। इस दौरान उन्होंने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि वह एक बार जूनागढ़ जिले के बिल्खा शहर में ठुम्मर से मिलने आए थे। गुजरात सरकार की ओर से जारी बयान के मुताबिक पीएम मोदी ने ठुम्मर से कहा, ‘मैंने आपको बचत दान करने की वजह से फोन किया है। आप इस उम्र में भी अच्छा काम कर रहे हैं। अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखिएगा।’
बीते 17 अप्रैल को वह जूनागढ़ जिला कलेक्टर के कार्यालय गए और उन्होंने राज्य सरकार को 51 हजार रुपये का चेक सौंपा। उस समय उन्होंने कहा था, ‘मैंने इसलिए सरकार को दान देने का फैसला किया है क्योंकि इस उम्र में मैं शरीर से मदद नहीं कर सकता।’ रत्नभाई ठुम्मर 1975 से 1980 के बीच जूनागढ़ में मेंदारा मानिया सीट से विधायक थे। 

यह भी कहा जाता है कि विधायक रहते हुए उन्होंने कभी भी वेतन नहीं लिया। यहां तक कि पूर्व विधायक होने के नाते वह पेंशन भी नहीं लेते हैं। स्थानीय लोगों के मुताबिक उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के आहृवान के बाद प्रत्येक सोमवार को खाना नहीं खाने का भी प्रण लिया था, जिसका पालन वह आज तक कर रहे हैं।