यह किस शहर में रह रहे हैं हम

बारिश होते ही चोक हुई नालिया बाजार में दुकानों और घरों में घुसा बारिश का पानीअल्मोड़ा। नगर या शहर का नाम जेहन में आते ही…

what city are we living in

बारिश होते ही चोक हुई नालिया बाजार में दुकानों और घरों में घुसा बारिश का पानी
अल्मोड़ा। नगर या शहर का नाम जेहन में आते ही साफ सुथरी गलियां, साफ सड़के, पानी और नाले की उच्च स्तरीय निकासी से परिपूर्ण एक क्षेत्र की तस्वीर सामने आती हैं जहां नागरिक सुविधाओं के बीच में आधुनिक जीवन जीते हैं। लेकिन सांस्कृतिक नाम को ढोने वाला अल्मोड़ा नगर में यह सब सुविधाएं गौण हो गई हैं। यहां नियमित चुनाव भी होते हैं, मुद्दे भी उठते हैं, बैठकों का दौर भी चलता है लेकिन नहीं होता है तो धरातलीय कार्य जिसका खामियाजा यहां रह रहे लोग आए दिन भोगने को मजबूर हैं।

नगर में आज तक पानी निकासी की व्यवस्था नहीं है। आज अपरान्ह जब तेज वर्षा के दौरान लोग बाजार से गुजर रहे थे तो बात साफ समझ में आ गई अल्मोड़ा में पर्यटक रुकना क्यों नहीं चाहते। बाजार में बारिश के दौरान सारा पानी पटाल बाजार में बह रहा था। नालियां चोक होने के कारण यहं दुकानों में घुसने लगा। ऐसा लग रहा था कि बाजार में कोई बड़ी नदी बह रही हो। यही दृश्य कमोबेश बाजार के विभिन्न स्थानों पर दिखा। लोगों को दुकान से पानी बाहर निकालने को मजबूर होना पड़ा।


अल्मोड़ा में आज शाम यकायक मौसम का मिजाज बिगड़ गया। तेज आंधी, अंधड़ और तूफान के बीच मूसलाधा बारिश और ओलावृष्टि हुई। आंधी अंधड़ के बीच कई स्थानों पर पेड़ गिरने से सड़कें बाधित हो गई। जबकि ¬बाजार सहित कई क्षेत्रों में लोगों को जलभराव का सामना भी करना पड़ा। लेकिन झमाझम बारिश के चलते, उमस, जंगलों की आग और वातावरण में छाई धुंध भी साफ हो गई। लेकिन आंधी अंधड़ के चलते कई स्थानों पर नुकसान की सूचना है। भगतोला के पास सड़क मे पेड़ गिरने से एक वाहन क्षतिग्रस्त हो गया वहीं पांडेखोला के पास आकाशीय बिजली गिरने से एक भवन की चाहरदीवारी क्षतिग्रस्त हो गई।