लोहाघाट के पूरन को वृद्धा पेंशन के बदले मिल रहा महज आश्वासन का चूरन, सिस्टम से परेशान 80 वर्षीय वृद्ध पूरन सिंह

नकुल पंत लोहाघाट। इसे सिस्टम की अनदेखी ही कहेंगे कि काली कुमाऊं के गुमदेश का एक बुजुर्ग पिछले एक साल से पेंशन के लिए दर…

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नकुल पंत

लोहाघाट। इसे सिस्टम की अनदेखी ही कहेंगे कि काली कुमाऊं के गुमदेश का एक बुजुर्ग पिछले एक साल से पेंशन के लिए दर दर भटक रहा है। बुजुर्ग का कहना है कि पिछले वर्ष मात्र तीन महीने की पेंशन ही उनके खाते में पहुंच सकी है। जबकि उसे काफी पहले से पेंशन योजना का लाभ मिल जाना चाहिए था। लेकिन विभागीय अधिकारी महज आश्वासन का झुनझुना थमा रहे हैं। इससे पूरन के सामने आर्थिक संकट बढ़ता जा रहा है।

गौरतलब है काली कुमाऊं के लोहाघाट विकासखंड के ग्राम पंचायत बसकुनी के 80 वर्षीय बुजुर्ग पूरन सिंह बताते हैं कि वह पिछले एक वर्ष से वृद्धावस्था पेंशन के लिए दर दर भटक रहे सिस्टम से परेशान हैं। उनके खाते में 2018 के सत्र में एक वर्ष तक पेंशन नहीं मिल पाने के कारण आर्थिक संकट से जूझना पड़ा था। विभाग को बार बार सूचित करने बाद उनके खाते में महज 9माह की पेंशन पहुंची औऱ इसके बाद पेंशन आनी बंद हो गयी। बुजुर्ग पूरन का कहना है कि विभाग को कई बार सूचना दी गयी। इसके बाद से पूरन अपने गांव के लोगों के माध्यम से कई बार विभाग को सूचना देते देते थक चुके हैं। बताया कि उनकी ओर से एक नहीं बल्कि तीन-तीन बार आधार कार्ड सहित सभी जानकारियां विभाग को उपलब्ध कराई गई। बावजूद इसके उन्हें पेंशन योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। इस विषय पूछे जाने पर समाज कल्याण विभाग चम्पावत की ओर से बताया गया कि बुधवार दोपहर तक इनके खाते में पेंशन की धनराशि डाल दी जाएगी।गुरुवार को वह बैंक के माध्यम से अपनी पेंशन प्राप्त कर लें।खबर लिखे जाने तक पूरन के हाथ में महज सरकारी आश्वाशन का चूरन ही लगा है।