अब सोलर ड्रायर से सुखायें कृषि उत्पाद – विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (vpkas) का अनूठा आविष्कार

विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (vpkas) और हिमालयन हाई टैक नर्सरीज के बीच सोलर ड्रायर के निर्माण हेतु एमओयू पर हुए हस्ताक्षर अल्मोड़ा। पर्वतीय क्षेत्रों…

विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान अल्मोड़ा (vpkas)

विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (vpkas) और हिमालयन हाई टैक नर्सरीज के बीच सोलर ड्रायर के निर्माण हेतु एमओयू पर हुए हस्ताक्षर

अल्मोड़ा। पर्वतीय क्षेत्रों में जंगली जानवर, कीट पतंगो और मौसम के अचानक बदल जाने से अब कृषि उत्पाद खराब नही होगे। विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान अल्मोड़ा (vpkas) ने एक ऐसा सोलर ड्रायर विकसित किया है जिससे कृषि उत्पाद, फसलों को सुखाया जा सकेगा। इस ड्रायर के निर्माण के लिये संस्थान का हिमालयन हाई टेक नर्सरीज, 85 सुभाष नगर, हल्द्वानी के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर हो गये है।


ज्ञातव्य है कि पर्वतीय क्षेत्रों में विभिन्न कृषि उत्पाद, तथा खाद्य पदार्थो को अधिकतर खुले में सुखाया जाता है। और कृषि उत्पाद/खाद्य पदार्थो के पारम्परिक विधि से सुखाते समय पक्षियों, कीटों, बन्दरों एवं अप्रत्याशित वर्षा से काफी नुकसान होता है। बन्दरों का आतंक बढ़ने से यहह नुकसान बहुत अधिक हो गया है। इस समस्या के समाधान के लिये विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान अल्मोड़ा (vpkas)ने वीएल सोलर ड्रायर विकसित किया है।

बदहाल सड़क (Damaged road)- ग्रामीणों का सब्र टूटा, किया प्रदर्शन

सोलर ड्रायर एक ऐसी प्रणाली है जो सौर ऊर्जा के उपयोग से विशेष रूप से खाद्य पदार्थों को सुखाती है। इसमें बिजली आपूर्ति की आवश्यकता नहीं होती। यह सोलर ड्रायर पाॅलीकार्बोनेट शीट का बना होता है जो कि आसानी से नही टूटता।

सोलर ड्रायर के ऊपरी हिस्से पर सोलर चालित निकास पंखा (एग्जोस्ट फैन) लगा हुआ है एवं ड्रायर को एक स्थान से दूसरे स्थान पर आसानी से ले जाने के लिए इसके निचले भाग पर पहिये लगे है। ड्रायर में तीन ट्रे है जिनकी क्षमता सामग्री अनुसार 5 से 20 किलोग्राम प्रति बैच है।

विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान अल्मोड़ा (vpkas) द्वारा विकसित सोलर ड्रायर का उपयोग कृषि सामग्री/उत्पाद/खाद्य पदार्थो एवं गीले प्रसंस्कृत खाद्य सामग्री जैसे कि बड़ी, मुुंगोड़ी, अनाज, मशरूम, मेथी की पत्तियाॅ आदि को सुखाने के लिए किया जाता है।

यह ड्रायर उन सीमान्त एवं गरीब किसानों के लिए बहुत उपयोगी होगा जो अपने कृषि उत्पादों के परीरक्षण हेतु हाईटैक सुविधाएं एवं उपकरण नही जुटा पाते हैं। सुखाये गये उत्पाद को किसान बेमौसम में ऊँचे कीमतों पर बेच सकते है।

उत्तराखंड: ग्राम पंचायत विकास अधिकारी पर गबन (embezzlement) का आरोप, सस्पेंड

किसानों के साथ-साथ यह घरेलू प्रयोग के लिए भी काफी उपयोगी सिद्ध हो सकता है। पारम्परिक विधि की तुलना में विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान अल्मोड़ा (vpkas) द्वारा विकसित सोलर ड्रायर मे खाद्य सामग्री को सूखने में काफी कम समय (दो से तीन दिन) लगता है। जबकि धूप में सुखाने में सात से आठ दिन लग जाते है सोलर ड्रायर में खाद्य पदार्थों का स्वाद, रंग, सुगंध, महक एवं पोषकता कायम रहती है। इसके परिचालन एवं रख-रखाव का खर्च ना के बराबर है। एक ‘वी. एल. सोलर ड्रायर’ की कीमत रू. बिना पैकिंग के 12,250 रूपये और पैकिंग सहित 12,750 रूपये रखी गई है।

कृपया हमारे youtube चैनल को सब्सक्राइब करें