अल्मोड़ा। बच्चों की पत्रिका बालप्रहरी तथा बालसाहित्य संस्थान अल्मोड़ा द्वारा ‘अपने मत का प्रयोग अवश्य करें’ विषय पर ऑनलाइन परिचर्चा आयोजित की गई। परिचर्चा के मुख्य अतिथि आकाश सारस्वत, उप निदेशक शिक्षा विभाग उत्तराखंड ने आगामी 14 फरवरी,2022 को उत्तराखंड में होने वाले विधान सभा चुनाव में सभी मतदाताओं से अपने मत का प्रयोग करने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में मत एक हथियार बतौर हम इस्तेमाल कर सकते हैं। हम वोट के द्वारा अपने मन पसंद नेता एवं सरकार का चुनाव कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में एक-एक मत का बहुत महत्व है। कई बार चुनाव में नेता लोग एक या दो वोटों से भी चुनाव हारे या जीते हैं। इसलिए हमें अपने वोट को कमत्तर नहीं आंकना चाहिए। इस कार्यशाला का संचालन आर्मी पब्लिक स्कूल अल्मोड़ा के कक्षा 7 के छात्र चैतन्य बिष्ट ने किया।
प्रांरभ में सभी का स्वागत करते हुए बालप्रहरी के सपांदक तथा कार्यक्रम के मुख्य संयोजक उदय किरौला ने बताया कि अभी तक 331 ऑनलाइन गतिविधियों का आयोजन किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि उनके साथ लगभग 1700 बच्चे जुड़े हैं जिनमें से अभी तक 900 बच्चे संचालन कर चुके हैं। लगभग 270 बच्चे अलग-अलग दिन कार्यक्रमों का संचालन कर चुके हैं। उन्होंने कार्यक्रम में सहयोग के लिए सभी अभिभावकों का आभार व्यक्त किया।
इस कार्यशाला में ईशा अवस्थी, चिन्मयी शर्मा , पाखी जैन, सोनाक्षी तिवारी, वैष्णवी पांडे, सुहानी जोशी, मीनाक्षी आर्या, दीक्षा जोशी, अनेरी पोद्दार,मीमांसा भट्ट, जिज्ञासा जोशी, ओजस्वी, भूमिका मेहता, तनीषा बिष्ट, भूमिका गड़कोटी, अर्चित जैन, पलक कुड़ाई सहित 25 बच्चों ने परिचर्चा में अपने विचार प्रस्तुत किए।
बालसाहित्य संस्थान द्वारा आयोजित बाल कवि सम्मेलन में बच्चों ने दिए हुए शब्दों के आधार पर तैयार स्वरचित कविताएं प्रस्तुत की। बच्चों ने अपनी कविताओं के माध्यम से सभी मतदाताओं से अपने मत का प्रयोग करने की अपील की है। इससे पूर्व पत्र लेखन कार्यशाला के माध्यम से बच्चों ने अपने पारिवारिक जनों को पत्र लिखकर अपने मत का प्रयोग करने का निवेदन किया।
इस दौरान श्याम पलट पांडेय, डॉ. अशोक कुमार नेगी, प्रकाश पांडे, आभा भैंसोड़ा, गंगा आर्या, डॉ. विवेकानंद पाठक, मधु माहेश्वरी पीयूशचंद्र जोशी, हरीश गहतोड़ी, प्रमोद मेहता, शशि ओझा, पूजा लोहनी, अजरा जुनैद, शोभा बिष्ट ,गीता जोशी, नंदकिशोर जोशी, उमेश पांडेय आदि उपस्थित थे।