किशोर उपाध्याय के पक्ष में उठी अल्मोड़ा से आवाज

कांग्रेस के कददावर नेताओं में शुमार पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय को लेकर अटकबाजियों का बाजार गर्म है। कई बार उनके भाजपा में जाने की…

kishor upadhyay

कांग्रेस के कददावर नेताओं में शुमार पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय को लेकर अटकबाजियों का बाजार गर्म है। कई बार उनके भाजपा में जाने की चर्चा जोर पकड़ती है, बाद में वह फिर अटकलबाजी ही साबित होती है।

लेकिन कांग्रेस प्रदेश नेतृत्व के साथ उनके दिन सही नही चल रहे है। ​बीते दिनो पार्टी के प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने उन्हें पार्टी के सभी दायित्वों से मुक्त कर दिया था। जिसके बाद से उनके भाजपा में जाने की चर्चाओं ने फिर जोर पकड़ा। अब किशोर उपाध्याय को कांग्रेस पार्टी में सम्मान दिये जाने की मांग उठ रही है।


यह मांग उठी है अल्मोड़ा से, यहां आयोजित एक वर्चुवल बैठक में किशोर उपाध्याय के कांग्रेस में किये गए सेवा सर्मपण को याद करते हुए कहा ​गया कि उनके खिलाफ एक षडयंत्र रचा जा रहा हैं। बैठक में वनाधिकार आंदोलन के सदस्य और उत्तराखंड कांग्रेस के सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के संयोजक आर्शीवाद गोस्वामी ने कहा कि किशोर उपाध्याय ने पिछले 44 साल से जो कांग्रेस पार्टी की सेवा की और अपने अथक परिश्रम उन्होने संगठन को खड़ा किया।

कहा कि उत्तराखंड निर्माण में किशोर उपाध्याय की अहम भूमिका रही। कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व०राजीव गांधी जी के चहेते रहे किशोर उपाध्याय जी को आज षडयंत्र का शिकार बनाया जा रहा है।


गोस्वामी ने कहा कि किशोर उपाध्याय वनाधिकार आंदोलन के संस्थापक के रुप मे उत्तराखंड वासियों को उनके पुश्तैनी अधिकार दिये जाने की लड़ाई लड़ रहे है। कहा​ कि वनाधिकार आंदोलन एक सर्वदलीय आंदोलन है, जिसमें सभी दलों का समर्थन एकत्रित करने में किशोर उपाध्याय लगे हुए है।

कहा कि इसके चलते कुछ षडयंत्रकारीयों ने उनको ये कह कर पार्टी की जिम्मेदारी से अलग कर दिया,कि वह विभिन्न दलों से मिलकर किसी एक दल मै जाने की साठगांठ कर रहे है, पर यह बात बिल्कुल गलत है, वह तो वनाधिकार के लिए अन्य दलों के अन्य संगठनो से मिल रहे है


बैठक में वक्ताओं ने पार्टी हाईकमान से तुरंत इस फैसले को वापस लेने की मांग करने के साथ ही किशोर उपाध्याय जी को पूरे मान सम्मान के साथ जिम्मेदारी वापस दिये जाने की मांग की। यह भी मांग की कि सभी वरिष्ठ नेताओं को इस आंदोलन के लिए किशोर उपाध्याय का सहयोग देने का आदेश दिया जाए।

वक्ताओं ने किशोर उपाध्याय के बारे में अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाही किए जाने की मांग भी की। कहा कि यदि ऐसा नही होता है तो उनसे जुड़े सभी लोग पार्टी को अपना इस्तीफा सौंप देगे तथा वर्चुअल तरीके से धरना देंगे। इसकी सारी जिम्मेदारी पार्टी हाईकमान की होगी।

बैठक में आशीर्वाद गोस्वामी के साथ पूर्व प्रवक्ता तथा वनाधिकार आंदोलन के उपाध्यक्ष मनोज खुल्बे, वनाधिकार आंदोलन के प्रदेश सचिव भूतपूर्व सैनिक प्रकोष्ठ के महासचिव सुनील भट्ट, करन,गीता बोहरा, चन्द्रा गोस्वामी,पूर्व जिलाध्यक्ष डीके दानी,रमेश कुमार, विनोद कुमार, राकेश, अंजू, प्रीति आर्या, सुंदर सिंह भोजक,विनोद सिंह, तनूजा नेगी, तनू आर्या, रिक्की भट्ट, किरन बिष्ट, हिमांशु जोशी, नीमा पन्त,मोहन सिंह किरौला,रमेश जोशी आदि लोग वर्चुअल बैठक के माध्यम से मौजूद रहे।