फलसीमा में खेतों में तारबाड़ करने पहुँचे लोगों के खिलाफ ग्रामीणों का विरोध, कब्जा करने पहुंचे लोग लौटने को मजबूर

अल्मोड़ा: फलसीमा गांव में शुक्रवार को जमीन कब्जाने की कोशिश को लेकर बड़ा हंगामा हो गया। दिल्ली से जुड़े कुछ लोग खेतों पर तारबाड़ लगाने…

Operation Smile will start again in Uttarakhand to search for missing people

अल्मोड़ा: फलसीमा गांव में शुक्रवार को जमीन कब्जाने की कोशिश को लेकर बड़ा हंगामा हो गया। दिल्ली से जुड़े कुछ लोग खेतों पर तारबाड़ लगाने पहुंचे, लेकिन स्थानीय ग्रामीणों ने इसका कड़ा विरोध किया। दो घंटे तक चली तनातनी के बाद ग्रामीणों की एकजुटता के आगे कब्जा करने आए लोग बैरंग लौटने को मजबूर हो गए।

ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि यह भूमि विवादित है और इसका मामला कोर्ट में विचाराधीन है। उन्होंने कहा कि भूमाफिया अवैध तरीके से जमीन पर कब्जा जमाने की कोशिश कर रहे हैं, जिसे वे किसी भी हालत में नहीं होने देंगे। जब तारबाड़ लगाने पहुंचे लोगों ने बातचीत करने की कोशिश की, तो ग्रामीणों ने उनकी बात सुनने से इनकार कर दिया। धीरे-धीरे करीब 25 महिलाएं और अन्य ग्रामीण मौके पर एकत्र हो गए और विरोध जताने लगे।

फर्जी रजिस्ट्री का मामला, कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुआ मुकदमा

गौरतलब है कि फलसीमा गांव में दिल्ली निवासी एक भूमाफिया पर स्थानीय लोगों के साथ मिलकर फर्जी तरीके से 80 नाली से अधिक जमीन खरीदने का आरोप है। बताया जा रहा है कि जमीन की खरीद-फरोख्त में गोल खाते की बेबंटवारा उपजाऊ भूमि को बंजर दिखाकर और हाईवे से लगी जमीन को दूर दर्शाकर 35 से अधिक रजिस्ट्रियां करवाई गई हैं।

इसमें गांव की बुजुर्ग महिला भागीरथी देवी की फर्जी रजिस्ट्री का मामला भी सामने आ चुका है। कोर्ट के आदेश पर इस मामले में दिल्ली निवासी भूमाफिया के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

भू-माफियाओं के खिलाफ सख्त कानून की मांग

उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि पहाड़ों में बड़े पैमाने पर बाहरी लोगों द्वारा जमीनें खरीदी जा रही हैं और प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। उन्होंने मांग की कि सरकार को मजबूत भू-कानून लाकर इस तरह की अवैध खरीद-फरोख्त पर रोक लगानी चाहिए।

उन्होंने चेतावनी दी कि यदि भविष्य में फलसीमा में किसी तरह की अशांति होती है, तो इसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की होगी।

ग्रामीणों की एकजुटता बनी बाधा

इस विरोध प्रदर्शन में बलवंत बिष्ट, विनोद सिंह, दीवान सिंह बिष्ट, किशन सिंह, राजेंद्र, भूपेंद्र सिंह, राजेंद्र बिष्ट समेत कई महिलाओं ने भाग लिया। ग्रामीणों का कहना है कि वे अपनी भूमि की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएंगे और भूमाफियाओं को गांव में पैर जमाने नहीं देंगे।