Villager Died Due to Storm in Pithoragarh:पिथौरागढ़ में आंधी तूफान के कहर से बकरी चराने वाले की हुई मौत

Villager Died Due to Storm in Pithoragarh पिथौरागढ़ के तेजम तहसील के ग्रामीण की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि ग्रामीण बकरियां चराने…

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Villager Died Due to Storm in Pithoragarh पिथौरागढ़ के तेजम तहसील के ग्रामीण की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि ग्रामीण बकरियां चराने के लिए जंगल गया था जहां आंधी तूफान की चपेट में आने से वह खाई में गिर गया और उसकी मौत हो गई।

पिथौरागढ़: तेजम तहसील में आंधी तूफान ने कहर बरपाया है। जहां गुटी में बकरी चुगाने गए एक ग्रामीण की मौत हो गई। ग्रामीण की डेड बॉडी 1 दिन बाद मिली पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद ग्रामीण के शव को खाई से निकाला और उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

पूर्व प्रधान दुर्गा सिंह बिष्ट ने बताया कि बीती रात 19 मार्च को तेजम तहसील के ग्राम पंचायत गुटी के नारायण सिंह पुत्र गुमान सिंह (उम्र 53 वर्ष) रोजाना की तरह अपनी बकरियों को जंगल ले गए थे। तभी शाम करीब 3-4 बजे के आसपास काफी तेज तूफान आ गया। उन्हें यह भी आशंका है कि तूफान के कारण जंगल में पत्थर गिर गए होंगे ऐसे में पत्थरों से बचने के लिए नारायण सिंह आगे की तरफ भागा होगा। जिसके चलते उसने अपना नियंत्रण खो दिया होगा और करीब 50 मीटर नीचे गहराई में जाकर गिर गया होगा। जहां वह एक पेड़ में फंस गया।

वही जब शाम को नारायण सिंह अपनी बकरियों को लेकर वापस घर नहीं आया तो घर वालों को काफी चिंता हुई और उन्होंने आज पड़ोस वालों को भी सूचना दी। सारे गांव वाले से ढूंढने के लिए जंगल की ओर गए। रात करीब 9:00 बजे बकरियां जंगल में मिली तब ग्रामीणों ने नारायण सिंह को काफी खोजबीन की लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला। ऐसे में ग्रामीण वापस घर लौट आए अगले दिन सुबह ग्रामीण फिर से नारायण सिंह की तलाश के लिए गए जहां नारायण सिंह का सब काफी गहराई में एक पेड़ पर अटका मिला। ऐसी जगह पर ग्रामीणों का जाना नामुमकिन था। ऐसे में उन्होंने नारायण सिंह के शव को निकालने के लिए पुलिस प्रशासन की मदद मांगी। 

इसके बाद नाचनी थानाध्यक्ष अम्बी राम और एसडीआरएफ की टीम ने नारायण सिंह के शव को बाहर निकाला। वहीं, नारायण सिंह की डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

नाचनी थानाध्यक्ष अम्बी राम ने बताया कि नारायण सिंह के मौत के कारणों की जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्यवाही की जाएगी। नारायण सिंह अपने पीछे तीन बच्चों को छोड़ गया है। अपने परिवार में नारायण सिंह एकमात्र सहारा थे जो अब इस दुनिया में नहीं है।