विक्रमादित्य सिंह ने सुक्खू सरकार से दिया इस्तीफा , बोले चाहता हूं सरकार बची बची रहें

वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह ने सुक्खू सरकार से इस्तीफा दे दिया है। विक्रमादित्य ने कहा कि इसको लेकर मैनें प्रियंका गांधी और मल्लिका…

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वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह ने सुक्खू सरकार से इस्तीफा दे दिया है। विक्रमादित्य ने कहा कि इसको लेकर मैनें प्रियंका गांधी और मल्लिका अर्जुन खड़गे से इस बारे में बात की है। जिस पर उन्होंने कहा कि कभी कभी सख्त फैसले लेने पड़ते है और वर्तमान हालात को देखते हुए मैं इस सरकार में नहीं रह सकता हूं। लेकिन मैं हमेशा यह चाहूंगा की सरकार हर हाल में बची रहें।

साथ ही उन्होंने कहा कि हमने हमेशा कांग्रेस आलाकमान का सम्मान किया है और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह का सम्मान किया है। लेकिन विधायकों की शिकायत का समाधान नहीं हुआ, यह विधायकों की अनदेखी का ही परिणाम है कि राज्यसभा चुनाव हार गए हैं मीडिया से बात करते हुए विक्रमादित्य ने कहा कि उन्हें पिता की याद आ गई , इस दौरान वह बेहद भावुक भी नजर आए। उन्होंने कहा कि हमारे पिता की तुलना बहादुर शाह जफर से की है। पूरा चुनाव वीरभद्र सिंह के नाम पर हुआ है। कहा कि जिस आदमी के कारण कांग्रेस को विजय हासिल हुई थी उसी को प्रतिमा के लिए शिमला के मॉल रोड पर 2 गज जमीन नहीं दी।

कहा कि 2022 के चुनाव जिन परिस्थितियों में हुए उस समय नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री और प्रतिभा सिंह ने मिलकर प्रयास कायम वीरभद्र सिंह का नाम तब चुनावों में इस्तेमाल किया गया। राज्यसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने बाद से सुक्खू सरकार खतरे में आ गई है। हिमाचल में 68 सीटें है और बहुमत 35 चाहिए। 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 40 और बीजेपी को 25 सीटें मिली थी। 3 सीटों पर निर्दलीय विधायक जीते। अब 6 कांग्रेस विधायकों की क्रॉस वोटिंग बीजेपी के पक्ष में हुई है।