विकास की अंधी दौड़ ने पहुंचाई हिमालय को ठेस

विकास की अंधी दौड़ ने पहुंचाई हिमालय को ठेस दन्या सहयोगी| हिमालय दिवस के मौके पर गांधी शांति प्रतिष्ठान केन्द्र उत्तराखंड द्वारा गांधी एवं पर्यावरण…

विकास की अंधी दौड़ ने पहुंचाई हिमालय को ठेस


दन्या सहयोगी|
हिमालय दिवस के मौके पर गांधी शांति प्रतिष्ठान केन्द्र उत्तराखंड द्वारा गांधी एवं पर्यावरण विषय पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। बैठक मे गांधी जी की पर्यावरणीय सम्मत विचारो पर चर्चा हुई। वक्ताओं ने कहा कि गाँधी जी ने लघु व कुटीर उद्योगोँ को बढ़ावा देकर ग्राम स्वराज्य को मजबूत करने व पर्यावरण संरक्षण को दिशा दिखाई।
स्वालम्बन भवन मे आयोजित कार्यक्रम मे गांधी जी को माल्यापर्ण व पर्यावरणीय गीतों के साथ कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआा।


इस मौके पर गांधी शांति प्रतिष्ठान के उत्तराखंड प्रभारी बसंत पांडे ने कहा कि विकास की अंधी दौड़ ने हिमालय को ठेस पहुँचाई है उन्होंने कहा कि केवल वृक्षारोपन से पर्यावरण का कार्य पूरा नही होने वाला है। इसके लिए सरकारों व समाज को पर्यावरण सम्मत रोजगार खड़े करने होंगे और सम्पूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करना होगा।
मुख्य अतिथि मनोज गोस्वामी ने कहा की आज के दौर मे विश्व तापमान मे वृद्धि हो रही है जिसका असर कृषि पर्यावरण व जनजीवन मे देखने को मिल रहा है। यह चिंता का विषय है अगर सरकार व समाज गंभीर नही होता है। दूरगामी दुष्परिणाम भुगतने होंगें।
बैठक की अध्यक्षता करते हुवे वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता अनीला पंत ने बताया कि पर्यावण मुहिम की जनक सरला बहन ने यह अलख जगाई थी जिसे हम आगे बढ़ा रहे है।
बैठक मे पुष्पा पुनेठा, कंचना जोशी, हेमा जोशी, तनुजा सनवाल, नेहा पाण्डेय, कविता, नेहा पाण्डेय, गरिमा, पूजा, सुमन, शोभा,विमला पांडेय उपस्थित थे। संचालन पुष्पा पुनेठा ने किया।