उत्तराखंड सैन्यधाम के साथ विद्याधाम भी: राजनाथ, राज्य स्थापना दिवस पर बतौर मुख्य अतिथि देहरादून पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सीएम ने एक दर्जन से अधिक घोषणाएं कीं, अल्मोड़ा में भू—बंदोबस्त का काम जल्द होगा शुरू

देहरादून। राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर देहरादून के परेड ग्राउन्ड में आयोजित मुख्य कार्यक्रम ‘भारत भारती उत्सव’ में भारत की सांस्कृतिक एकता के विविध…

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देहरादून। राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर देहरादून के परेड ग्राउन्ड में आयोजित मुख्य कार्यक्रम ‘भारत भारती उत्सव’ में भारत की सांस्कृतिक एकता के विविध रंग देखने को मिले। देहरादून के शिक्षण संस्थानों में अध्ययन कर रहे लगभग सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के छात्र-छात्राओं ने मनमोहक प्रस्तुतियां दीं।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राज्य स्थापना दिवस की बधाई देते हुए कहा कि उत्तराखण्ड से उनका हमेशा भावनात्मक लगाव रहा है। जब उत्तराखण्ड का निर्माण हुआ था वे ही संयुक्त उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। बड़ी खुशी की बात है कि उत्तराखण्ड तेजी से आगे बढ़ रहा है। राज्य ने राष्ट्रीय स्तर अपनी विशेष पहचान बनाई है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड भारत की देवभूमि है, पूरी दुनिया में इसे सम्मान प्राप्त है।उत्तराखण्ड की शिक्षण संस्थानों मं देश भर के छात्र-छात्राएं पढ़ने आते हैं। इसे देश का विद्याधाम भी कहा जा सकता है। यहां के शिक्षण संस्थान लघु भारत का रूप हैं। कहा कि आज भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है 5 ट्रिलियन इकोनोमी का हमारा लक्ष्य है। यह युवाओं के सहयोग से ही किया जा सकता है।

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मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने राज्य आंदोलन के शहीदों का स्मरण करते हुए कहा कि सरकार प्रदेश के संतुलित विकास के लिए लगातार प्रयासरत है। आज का दिन ऐतिहासिक है, प्रदेश के लिए भी और देश के लिए भी। आज तमाम समस्याओं का निवारण हो रहा है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने विभिन्न घोषणाएं भी की जिसमें आंगनवाडी केंद्रों पर 3 से 6 वर्ष के बच्चों के लिए सप्ताह में 4 दिन दूध, 2 दिन अंडा व केला उपलब्ध कराने। राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के समान ही मुख्यमंत्री राज्य कृषि विकास परियोजना लागू करने। वृद्धावस्था, विकलांगता, विधवा पेंशन में 200 रुपए की वृद्धि की जाएगी जो 1 जनवरी 2020 से लागू होगी। उपनल/पीआरडी कर्मचारियों का मानदेय बढ़ाकर 500 रुपए प्रतिदिन किया जाएगा। यह भी 1 जनवरी 2020 से लागू होगा। इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए नीति बनाई जाएगी। सीमांत क्षेत्रों के विकास के लिए सीमांत तहसीलों में मुख्यमंत्री सीमांत क्षेत्र विकास योजना लाई जाएगी। इससे पहाड़ों और दूरस्थ क्षेत्रों से पलायन रुक सकेगा, रोजगार के अवसर पैदा होंगे। इसका सुझाव सैनिक सम्मेलन में प्राप्त हुआ था। कामकाजी महिलाओं के बच्चों की देखभाल के लिए सेलाकुईं व रुद्रपुर में महिला हॉस्टल का निर्माण किया जाएगा। राज्य में पशुओं का बीमा कराये जाने हेतु बीमा धनराशि की गैप फंडिंग की भरपाई राज्य सरकार द्वारा की जाएगी। ग्रामीण क्षेत्रों के लिए सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट योजना बनाई जाएगी।राज्य में दीनदयाल उपाध्याय एकीकृत भूकंप सुरक्षा कार्यक्रम का क्रियान्वयन किया जाएगा। प्राथमिक स्कूलों में बच्चों को सप्ताह में एक दिन फोर्टिफाइट मीठा दूध उपलब्ध कराया जाएगा।

सभी जनपदों में आधुनिक विधि से सर्वेक्षण कर भू बंदोबस्त किया जाएगा। पहले पौड़ी गढ़वाल और अल्मोड़ा जिलों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में किया जाएगा। मिशन इन्द्रधनुष के तहत चिन्हित अति संवेदनशील क्लटरों में स्वास्थ्य से इतर अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराने के लिए सभी जनपदों में सर्व उत्थान सर्व समृद्धि अभियान चलाया जाएगा। लोक कलाकारों के मानदेय को 400 रूपए से बढ़ाकर 600 रूपए और टीम लीडर का मानदेय 500 से बढ़ाकर 700 रूपए किया जाएगा।

कार्यक्रम में सूचना विभाग द्वारा प्रकाशित विकास पुस्तिका और बीस सूत्री कार्यक्रम की प्रगति रिपोर्ट 2018-19 का विमोचन किया गया। कार्यक्रम में यूपीईएस, डीआईटी, ग्राफिक ऐरा, उत्तरांचल विश्वविद्यालय, दिल्ली पब्लिक स्कूल, डॉल्फिन इन्स्टीट्यूट सहित अन्य संस्थानों के छात्रों ने विभिन्न प्रान्तों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। इस अवसर पर केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री डा.रमेश पोखरियाल निशंक, विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल, सांसद अजय भट्ट, माला राज्यलक्ष्मी शाह, केबिनेट मंत्री श्री सुबोध उनियाल, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.धन सिंह रावत, विधायक गणेश जोशी, खजानदास उपस्थित थे।