उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को मसूरी की लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी में आईएएस अधिकारियों के फेज-1 प्रशिक्षण के समापन समारोह में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने युवा अधिकारियों से कहा कि वे अपने कार्यों से समाज में सबके लिए उदाहरण प्रस्तुत करें।
उन्होंने युवाओं से समानुभूति के साथ काम करने की प्रेरणा दी और अच्छे नैतिकता, सत्यनिष्ठा, और सार्वजनिक सेवा के प्रति आज्ञाकारी बनने का संदेश दिया। उपराष्ट्रपति ने यह भी कहा कि उन्हें भारत को विकसित करने के लिए युवा अधिकारियों पर पूरा विश्वास है।
उपराष्ट्रपति ने इस मौके पर बचपन के दिनों की यादें भी ताजगी से जीती, जहां सुदूर गाँवों में बिजली और शिक्षा की कमी थी। उन्होंने मानसिकता के बोलबाले में बताया कि वह किसान के परिवार से आते हैं और अपने पूर्वजों की स्वराज्य और कठिनाइयों के साथ जीवन की कठिनाइयों को साझा करते हैं।
धनखड़ ने देश के तकनीकी विकास की महत्वपूर्ण भूमिका पर भी ध्यान दिया और हमारे देश के इंटरनेट और डिजिटल उन्नति में हमारे सर्वांगीण प्रगति को साबित किया। वे एक किसान के बेटे के रूप में अपनी गर्वितता दर्शाते हुए कहा कि उनका बाल्यकाल गरीबी में बिताने के बावजूद उन्होंने अपनी मेहनत के जरिए इस उच्चतम पद को हासिल किया है।
उपराष्ट्रपति ने सीएए के बारे में भी बात की और कहा कि इसके चरित्र को सच्चाई के साथ बनाए रखना चाहिए और इसका फैलाव गलत सूचनाओं से बचना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि सीएए किसी की नागरिकता को नहीं छीनेगा और भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन करने पर किसी को रोकने की इच्छा नहीं करेगा।