इस्तीफे (resigns) में एसएसजे (ssj) के पदाधिकारियों ने दी कानूनी कार्यवाही करने की चेतावनी
फर्जी सिग्नेचर मामले में परिसर प्रशासन भी घेरे में
अल्मोड़ा। छात्र संघ पदाधिकारियों की ओर से अध्यक्ष दीपक उप्रेती पर लगाये गए फर्जी सिग्नेचर के आरोप के बाद मामले में अब परिसर प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल खड़े होने लगे है।
दरअसल छात्र संघ अध्यक्ष उप्रेती द्वारा जनवरी माह में फर्जी सिग्नेचर वाला यह पत्र परिसर निदेशक प्रो.जगत सिंह बिष्ट को सौंपा गया था। जिस पर परिसर निदेशक (ssj) ने अनुरक्षण विभाग को कार्यवाही के आदेश किए थे।
अनुरक्षण विभाग ने निदेशक प्रो. बिष्ट के आदेश के बाद पत्र में की गई कुल 5 मांगों में से छात्र संघ भवन के दो कमरों के लिए करीब 25 हजार की नई मैट खरीद ली गई। इस बीच निदेशक से लेकर तमाम प्रशासनिक अधिकारियों व कर्मचारियों तक फर्जी सिग्नेचर वाला यह पत्र कार्यवाही के लिए पहुंचा लेकिन किसी को पत्र में फर्जी सिग्नेचर होने की भनक तक नहीं लगी।
ऐसे में सवाल खड़े हो रहे है कि क्या सच में परिसर प्रशासन को इस फर्जी सिग्नेचर वाले पत्र की जानकारी नहीं थी या फिर इस मामले के पीछे कहानी कुछ और है। इसके अलावा मात्र 2 कमरों के लिए करीब 25 हजार की धनराशि से खरीदी गई नई मैट की बात भी छात्रों के गले नहीं उतर रही है।
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