Uttarakhand’s brave soldier martyred in Kupwara
उत्तराखण्ड का एक और लाल जम्मू कश्मीर में शहीद हो गया है। शहीद सूबेदार यमुना प्रसाद मूल रूप से धारी तहसील के ग्राम गल्पाधुरा के रहने वाले थे। 39 वर्षीय यमुना प्रसाद 6 कुमाऊॅं रेजीमेंट में सूबेदार के पद पर तैनात थे। वह कुपवाड़ा (Kupwara) क्षेत्र में रात के समय पेट्रोलिंग के दौरान शहीद हो गये। यमुना प्रसाद पनेरु ने वर्ष 2012 में एवरेस्ट की चोटी भी फतह की थी।
शहीद के परिजन गोरापड़ाव हल्द्वानी में रहते है। यमुना प्रसाद अपनी पत्नी, सात वर्षीय बालक और तीन वर्षीय पुत्री को घर पर रोता बिलखता छोड़ गये है।
उनके शहीद होने की सूचना पर घर में कोहराम मचा हुआ है। उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सूबेदार यमुना प्रसाद पनेरू के शहीद होने पर गहरा दुख व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड सरकार शहीद यमुना प्रसाद पनेरू के परिवार के साथ है। इधर क्षेत्रीय विधायक राम सिंह कैड़ा ने शहीद के घर जाकर परिवार को सांत्वना दी। उन्होने इसे क्षेत्र और उत्तराखण्ड के लिये अपूर्णीय क्षति बताया।