shishu-mandir

Uttarakhand- पहाड़ की जवानी बदल देगी पहाड़ की तस्वीर, बस ईमानदारी से नीति बनाए सरकार

उत्तरा न्यूज डेस्क
4 Min Read

Uttarakhand-रिवर्स पलायन का स्किल बहुत जल्द बदलकर रख देगा पहाड़ का स्वरूप

new-modern
gyan-vigyan

ललित मोहन गहतोड़ी:-
कोरोना संक्रमण की दुख भरी खबरों के बीच एक अच्छी भरी खबर भी सामने आ रही है।

saraswati-bal-vidya-niketan

वह यह कि यदि सब कुछ ठीक ठाक रहा तो रिवर्स पलायन कर पहुंचे युवा जल्द ही पहाड़ की तस्वीर बदलकर रख देगा जिसके लिए उसने अभी से कमर कसनी शुरू कर दी है इसके लिए सरकार की ओर से उसे सही दिशा दिए जाने की जरूरत होगी। इस खबर की तस्दीक के रूप में सोशल मीडिया में गांव- गांव से आ रही चमकती दमकती तस्वीरों में साफ झलकती नजर आ रही है।

Uttarakhand- मुख्यमंत्री कल करेंगे राज्य स्तरीय सैन्यधाम का शिलान्यास

यह खुशी की बात है कि Uttarakhand गांवों का पलायन धीरे धीरे ही सही रिवर्स होता जा रहा है। इस बीच में ही 50 हजार से ज्यादा लोगों के वापसी के आंकड़े सामने आ रहे थे। हो भी क्यों नहीं यह उनके युवा स्वप्नों का गांव है जहां वापस आने के लिए वह लंबे समय से तड़प रहे थे। इसके साथ ही इन युवाओं की गांवों को संवारने की उनकी कवायद का भी लोग खुलकर समर्थन कर रहे हैं। घर वापसी के बाद युवा भी भविष्य को लेकर काफी संजीदा नजर आ रहा है।

इस बीच घर वापसी के सा ही अधिकांश युवाओं ने अपने-अपने लिए रोजगार की संभावनाएं तलाशनी शुरू कर दी हैं। सबसे पहले उसने अपने गांव मोहल्ले की तस्वीर बदली है। गांवों के साथ जुड़ते हुए यहां अनेक सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन किया है।

अल्मोड़ा-दुग्ध संघ (dugdh sangh) ने बताया आंचल जनता दूध को पौष्टिक व स्वास्थ्यवर्द्धक

यह कोई एकाएक नहीं हुआ है इसके लिए आपको हमारे साथ ठीक दो वर्ष पीछे चलना होगा। जब पलायन आयोग की ओर से Uttarakhand गांवों से बाहर बसी इस स्किल को तलाशना शुरू कर दिया था जो भविष्य में वापस अपनी माटी की ओर लौट उनके आंकड़ों को बढ़ा सकें।

तभी से शहरों के कोलाहल को छोड़कर पहाड़ के शांत वातावरण में अपने लिए रोजगार की संभावनाएं तलाशनी शुरू भी कर दी थी। जिसमें कुछ हद तक वह सफल भी रहा है। इसके साथ ही अनेक युवाओं ने केंद्र् पोषित योजना मनरेगा सहित अपने पुश्तैनी कामकाज में हाथ बंटाना शुरू कर दिया या फिर अपने शौक के लिहाज से अपना काम शुरू भी कर दिया है।

इसके तहत फूलों की खेती, काश्तकारी के रूप में फल सब्जी पैदावार आदि में हाथ आजमाना शुरू कर दिया था। इन कार्यों में यहां के युवाओं को महारत हासिल है जिसे यह बचपन से करते आए हैं।

24 जनवरी को उत्तराखंड की सीएम (CM of Uttarakhand) बनेगी हरिद्वार की बेटी सृष्टि

अर्थव्यवस्था के लिहाज से पर्वतीय गांवों की दशा खराब होने के बावजूद यहां पर अधिकांश गांव तोक में सड़क, बिजली और पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं की पहुंच बन चुकी है। बुनियादी सुविधाओं के रूप में शिक्षा और स्वास्थ्य के साथ रिवर्स पलायन के मद्देनजर स्वरोजगार के नये आयाम तलाशें जाने की जरूरत है।

पलायन आयोग को चाहिए कि समय की नजाकता के लिहाज से रिवर्स हो रहे पलायन को ध्यान में रखकर लाभकारी योजनाओं का क्रियान्वयन करें। क्योंकि पहाड़ की जवानी अब अपनी क्षमता सिद्ध करने को लेकर सजग नजर आने लगी है।

उत्तराखंड कैबीनेट (Uttarakhand cabinet)- चौखुटिया में केन्द्रीय विद्यालय के लिए उपलब्ध कराई गई जमीन पढ़ें पूरी खबर

कृपया हमारे youtube चैनल को सब्सक्राइब करें

https://www.youtube.com/channel/UCq1fYiAdV-MIt14t_l1gBIw/