Uttarakhand: Teenager pushed into prostitution
चंपावत, 16 जुलाई 2020
चंपावत पुलिस की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल ने अंतरराज्यीय महिला तस्करी गिरोह का पर्दाफाश किया है. गिरोह की 3 महिलाओं को गिरफ्तार किया गया है. वही, आरोपियों से एक नाबालिग किशोरी भी बरामद की गई है.
एसपी लोकेश्वर सिंह ने बीते बुधवार को मामले का खुलासा करते हुए बताया कि एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल को सूचना मिली की राजकुमारी(50) पुत्नी सुभाष गौतम निवासी इलाहाबाद बैंक के सामने थाना खटीमा, ऊधमसिंह नगर, कंचन मंडल (50) निवासी महाराजपुर किच्छा जनपद ऊधमसिंह नगर मूल निवासी बौंगा गाय घट्टा, पश्चिम बंगाल एवं सोनम दुबे पत्नी स्व. उत्तम कुमार दुबे निवासी मीना बाजार थाना बनबसा लड़कियों से वेश्यावृत्ति(Prostitution) कराने एवं शादी का झांसा देकर लोगों से ठगी करके पैसा कमाने के धंधे में लिप्त है.
एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल की प्रभारी मंजू पांडेय ने रीड्स संस्था एवं मानव अधिकार कार्यकर्ता विनय शुक्ला के साथ मिलकर गिरोह का पर्दाफाश करने को जाल बिछाया.
तय प्लान के तहत एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल के हेड कांस्टेबल रवि चंद्र जोशी व मानव अधिकार कार्यकर्ता विनय शुक्ला शादी के लिए लड़की की व्यवस्था हेतु ग्राहक बनकर बात करने महिलाओं के पास गए और 4 लाख में सौदा तय हुआ.
गिरोह की सरगना राजकुमारी द्वारा फोन के माध्यम से हेड कांस्टेबल रवि चंद्र जोशी को बताया गया कि वह किशोरी को लेकर टनकपुर पहुंच रहे है.
राजकुमारी व उसके गिरोह की महिलाओं को एक धर्मशाला में बुलाया गया. जहां एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल की प्रभारी मंजू पांडेय ने राजकुमारी व उसकी टीम के 2 महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी महिलाओं के पास से टीम ने एक 14 वर्षीय किशोरी को भी बरामद किया है.
तीनों महिलाओं के खिलाफ थाना टनकपुर में धारा 370(4)/363/366ए/ 420/120बी/ 34 आईपीसी के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई है.
नौकरी के नाम पर कराया देह व्यापार
बरामद की गई 14 वर्षीय किशोरी ने पूछताछ में ऐसे राज खोले की टीम के सदस्य अवाक रह गए. किशोरी ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि वह चार बहनें व एक भाई है. उसका परिवार रुद्रपुर में किराए के मकान में रहता था. पिता ई—रिक्शा चलाते है जबकि मां दूसरे घरों में साफ—सफाई का काम करती है.
पीड़िता ने बताया कि करीब 3 साल पहले पड़ोस की एक महिला जिसे वह मौसी करके बुलाती थी, उसने 5 हजार की नौकरी का लालच दिया. लेकिन नौकरी तो नहीं दी बल्कि देह व्यापार(Prostitution) में धकेल दिया. पीड़िता के पिता को जब इसका पता लगा तो उन्होंने महिला को भगा दिया.
इसके कुछ दिन बाद एक रिक्शा चालक जिसका नाम पीड़िता नहीं जानती थी, उसने नौकरी का झांसा देकर किशोरी की किच्छा में कंचन नाम की महिला से मुलाकात कराई. कंचन ने किशोरी के माता—पिता से उसे आफिस में 10 हजार के सैलरी में जॉब देने की बात कही. लेकिन उसने भी किशोरी से काफी समय तक देह व्यापार (Prostitution) कराया. पिछले 3 साल में कई लोगों ने पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया.
बीते मंगलवार को कंचन व उसकी गिरोह की अन्य महिलाएं किशोरी को उसकी शादी करने की बात कहकर टनकपुर ले लाई. जहां एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल की टीम ने उन्हें दबोच लिया.
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