Uttarakhand— photo khichne ke bahane afsar se loot
हल्द्वानी, 25 जनवरी 2021
Uttarakhand– हल्द्वानी में फोटो खींचने के बहाने दो आरोपी एक रिटायर्ड अफसर की सोने की चैन व अंगूठी लेकर फरार हो गए। रविवार को पुलिस ने मामले का खुलासा कर दिया है। चोरी की घटना को अंजाम देने वाले दोनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक बीते 19 जनवरी को मंगला कॉलोनी, ऊंचापुल निवासी डॉ. प्रमोद चंद्र गुरुरानी अपने घर के बाहर टहल रहे थे। इसी दौरान दो लोग मोटर साईकिल पर वहां पर आए और पैर छूकर उन्हें सम्मोहित करने लगे। इसी दौरान डॉ. प्रमोद के सोने की चैन व अंगूठी की तारीफ करने लगे और फोटो खींचने के लिए चैन व अंगूठी की मांग करने लगे। आभूषण हाथ लगते ही दोनों वहां से फरार हो गए। डॉ. प्रमोद ने थाना मुखाानी में इसकी शिकायत की। डॉ. प्रमोद स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक पद से रिटायर्ड है।
Uttarakhand- मुख्यमंत्री कल करेंगे राज्य स्तरीय सैन्यधाम का शिलान्यास
पीड़ित की तहरीर के बाद पुलिस ने धारा 406 व 420 में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया और आरोपियों के तलाश के लिए टीम का गठन गया। आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने लगभग 90 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। मुखबिर व संकलित सूचना के आधार पर पुलिस ने बीते 23 जनवरी को हैड़ाखान मंदिर के पास मुख्य सड़क से दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
Uttarakhand– रविवार को पुलिस बहुद्देश्यीय भवन में प्रेसवार्ता के दौरान एसपी डा. जगदीश चंद्र व सीओ भूपेंद्र सिंह धौनी ने बताया कि अभियुक्त विनोद कुमार शर्मा उम्र 57 वर्ष अलीगढ़ व कालीचरण उम्र 42 वर्ष बरेली का रहने वाला है। अभियुक्त विनोद 10वीं फेल है। उसके कुछ रिश्तेदार पुलिस में है उन्हीं से जानकारी एकत्रित कर वह पिछले करीब 35 साल से लोगों से ठगी कर रहा है।
Uttarakhand- पहाड़ में बेचने आये थे स्मैक, पुलिस ने धरा
फर्जी दरोगा बनकर लोगों को लेता था प्रभाव में
अभियुक्त विनोद ने पुलिस को बताया कि उसके पास एक दो स्टार लगी हुई पुलिस की वर्दी भी है। फर्जी दरोगा बनकर व लोगों को अपने लच्छेदार बातों में उलाझकर उनके आभूषणों को लेकर फरार हो जाता है। पुलिस की वर्दी में होने के कारण उसे कोई चेकिंग के लिए नहीं रोकता था।
Uttarakhand- हल्द्वानी में फोटो खींचने के बहाने दो आरोपी एक रिटायर्ड अफसर की सोने की चैन व अंगूठी लेकर फरार हो गए
थानाध्यक्ष मुखानी सुशील कुमार ने बताया कि अभियुक्त विनोद का बड़ा बेटा विवेक वर्तमान में मेरठ जेल में बंद है। विनोद शर्मा अब तक कानपुर, बरेली, रामपुर, मुरादाबाद, मथुरा, आगरा, संभल, सहारनपुर व उत्तराखंड में हरिद्वार, देहरादून, हल्द्वानी में ठगी की घटनाओं को अंजाम दे चुका है। वह हाल में 25 अक्टूबर 2020 को देहरादून जेल से छूटा है, तब से गुल्लरहट्टी, रामनगर में किराए में रह रहा था। सह अभियुक्त कालीचरण उसे उसकी मुलाकात देहरादून जेले में हुई थी। जहां वह एक ही बैरक में करीब 6 माह रहे।
पुलिस टीम में थानाध्यक्ष सुशील कुमार के अलावा एसआई महेश जोशी, एसआई त्रिभुवन जोशी, एसआई निर्मल लटवाल, कांस्टेबल विरेंद्र रावत, नरेंद्र राणा व रमेश चंद्र कांडपाल आदि मौजूद थे।
कृपया हमारे youtube चैनल को सब्सक्राइब करें
https://www.youtube.com/channel/UCq1fYiAdV-MIt14t_l1gBIw/