Uttarakhand: Former CM Harish Rawat gave a symbolic strike
देहरादून, 30 जून 2020
पूर्व सीएम हरीश रावत (Harish Rawat) ने प्रदेश की भाजपा सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. आज मंगलवार को राजभवन के निकट पूर्व सीएम रावत ने 1 घंटे का सांकेतिक धरना दिया.
पूर्व में घोषित कार्यक्रम के अनुसार पूर्व सीएम हरीश रावत (Harish Rawat) आज सुबह सांकेतिक धरने के लिए राजभवन को निकले. राजभवन से पहले ही बेरिकेड लगाकर पुलिस ने उन्हें रोक दिया. पूर्व सीएम रावत ने पुलिस कर्मियो से कहा कि या तो उन्हें 50 मीटर और आगे जाकर पेड़ की छाँव के नीचे धरना देने दिया जाय या फिर उन्हें गिरफ्तार कर जेल डाला जाय. लेकिन पुलिस ने उन्हें आगे नही जाने दिया, जिससे नाराज हरीश रावत सड़क के बीचो बीच अकेले धरने पर बैठ गये. उन्होंने कहा कि अगर उन्हें आगे नही जाने दिया जाता तो वह दिनभर यही पर धरने पर बैठे रहेंगे.
कुछ देर बाद प्रशासन द्वारा उन्हें आगे जाने की अनुमति दे दी गयी. जिसके बाद पूर्व सीएम रावत ने राजभवन से करीब 50 मीटर पहले सांकेतिक धरना दिया.
इस दौरान पूर्व सीएम हरीश रावत (Harish Rawat) ने कहा की भाजपा सरकार विपक्ष की आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है. सरकार द्वारा लोकतांत्रिक अधिकारो को कुचलने का काम किया जा रहा है. पूर्व सीएम रावत ने कहा की महँगाई को लेकर वह बुधवार को पेट्रोल पंप के आगे सांकेतिक धरना देंगे. उन्होंने कहा की यह लड़ाई निरंतर आगे भी जारी रहेगी.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, कैप्टन बलबीर सिंह रावत, पूर्व मंत्री मातबर सिंह कंडारी और गरिमा दसौनी हरीश रावत से मिलने धरना स्थल पर पहुंचे.
गौरतलब है कि बीते सोमवार को तेल की बढ़ती कीमतों के विरोध में बिना अनुमति बैलगाड़ी लेकर प्रदर्शन करने के आरोप में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और उनके 20-25 समर्थकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. आरोप है की पूर्व सीएम द्वारा प्रदर्शन के न तो कोई अनुमति ली गई और न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया.