कर्णप्रयाग (चमोली), 04 फरवरी 2022- उत्तराखंड में इस बार चुनाव(Uttarakhand election 2022) जिस तरह केवल हर हाल में जीत के लिए लड़ा जा रहा है, उसमें विचारों, विचारधारा और सिद्धातों के लिए कोई जगह नहीं है।
मतदाता शुरू में नेताओं के स्थान पर टिकटार्थी के रूप बदलाव को देख आश्चर्यचकित जरूर थे पर टिकट वितरण तक जिस प्रकार का राजनीतिक रायता बना उसके बाद मतदाताओं ने यह मान लिया कि उनके पास वोट मांगने वाला न जाने इस बार किस सिंबल पर चुनाव लड़ रहा है।
ऐसा ही वाकया कर्णप्रयाग विधानसभा सीट पर देने को मिला जब जनसंपर्क करने गए भाकपा माले के प्रत्याशी इन्द्रेश मैखुरी से एक बुजुर्ग ने पूछ डाला कि क्या आप अभी भी अपनी ही पार्टी में है।(Uttarakhand election 2022)
उन्होंने बेबाकी से कहा कि उत्तराखंड में नेताओं ने इधर से उधर दौड़ें लगाई इसके बाद निष्ठा या नैतिकता जैसी बातें गौण हो गई हैं। उस बुजुर्ग ने अब तक एक ही पार्टी एक ही विचार के साथ मतदाताओं तक पहुंचने वाले इंद्रेश की सराहना भी की।
इन्द्रेश इस बार कर्णप्रयाग सीट से वाम दलों के संयुक्त प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। वह इसी विधान सभा के मैखुरा गांव के रहने वाले हैं। इन्द्रेश अपने सहयोगियों के साथ घर पर संपर्क और प्रचार अभियान में लगे हुए हैं। इंद्रेश ने बुजुर्ग के साथ हुए संवाद को सोशल मीडिया में साझा भी किया है।