Uttarakhand Assembly Winter Session: sadan me fir utha purani pension ka mudda
अल्मोड़ा, 23 दिसंबर 2020
(Uttarakhand Assembly Winter Session) प्रदेश के सभी विभागों में नियुक्त शिक्षक एवं कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाली की मांग को उप नेता प्रतिपक्ष व विधायक रानीखेत करन माहरा ने नियम 58 के तहत विधानसभा में उठाया।
माहरा ने कहा कि सरकारी कर्मचारी 30 से 40 वर्षों तक सरकार की सेवा करता है सरकार के कार्य को जनता के बीच पहुचांता है और पुरानी पेंशन सेवानिवृत्ति के बाद उसके बुढ़ापे का सहारा है।
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(Uttarakhand Assembly Winter Session) नयी पेंशन योजना कर्मचारियों के लिए घातक साबित हो रही है एवं शिक्षक, कर्मचारी बैंकों के श्रृणी हो रहे है जिससे वे मानसिक अवसाद में आ रहे हैं।
उप नेता प्रतिपक्ष माहरा ने कहा कि जहां एक ओर सेवानिवृत्ति के बाद कर्मचारी पर बच्चों के विवाह समेत अन्य कई जिम्मेदारी होती है और बुढ़ापे में आय का जरिया भी पेंशन है, ऐसे में कर्मचारियों ने उनका यह हक छीना जा रहा है। उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्ति के बाद पुरानी पेंशन सम्मान से जीवन जीने का जरिया है।
पुरानी पेंशन बहाली के मुद्दे को सदन में उठाने पर एनएमओपीएस के के जिलाध्यक्ष गणेश सिंह भण्डारी, जिलामंत्री भूपाल चिलवाल, जिलाध्यक्ष प्राथमिक शिक्षक संघ किशोर जोशी, जिलामंत्री जगदीश भण्डारी, डॉ. मनोज जोशी, धीरेंद्र कुमार पाठक, मनोज बिष्ट, कुलदीप जोशी, डीके जोशी, मिनाक्षी जोशी, प्रियंका शर्मा, मन्जू शर्मा, सचिन टम्टा, पुष्कर भैसोड़ा, बलबीर भाकुनी, कीर्ति चटर्जी के साथ पेंशन विहीन शिक्षक, कर्मचारियों ने विधायक रानीखेत करन माहरा का आभार जताया है।
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