रामपुर जिले के खजुरिया तैनात थाने में तो महिला सिपाहियों में जमकर विवाद हो गया। इसके बाद थाने में हंगामा मच गया। इसी बीच बचाव करने आए थानेदार को भी एक महिला सिपाही ने डंडा मार दिया। अब इस पूरे मामले की जांच चल रही है।
बिलासपुर तहसील क्षेत्र के खजुरिया थाने में मंगलवार को महिला कांस्टेबल ने थानेदार के हाथ में डंडा मार दिया। जिससे थानेदार का हाथ जख्मी हो गया। मामले में सीओ बिलासपुर रवि खोखर मौके पर पहुंचे और मामले की जांच कर रहे हैं।
पुलिस कर्मियों का कहना है कि थाने में तैनात दो महिला कांस्टेबल आरजू से सोमवार शाम साथी सिपाही अमृता भूषण किसी काम के लिए एक्टिवा मांग कर ले गई। इस दौरान एक्टिवा की वाहन से टक्कर हो गई जिससे आरजू की एक्टिवा का नुकसान हो गया जिसको लेकर दोनों महिला कांस्टेबल के बीच काफी विवाद हुआ।
पुलिस कर्मियों का कहना है की एक्टिवा लेकर गई अमृता ने कहा कि वह एजेंसी में एक्टिव ठीक करा कर दे देगी, जिस पर आरजू नहीं मानी। दोनों के विवाद में खजूरिया थानेदार राजीव कुमार को दखल देना पड़ा।
थानेदार ने पुरानी एक्टिवा अमृता भूषण को रखने को कहा, जबकि नई एक्टिवा लेकर आरजू देने को कहा। जिस पर अमृता राजी भी हो गई। आरजू मामले में मुकदमा दर्ज कराने पर अड़ गई।
बताया जा रहा है कि मामले में थानेदार है रिपोर्ट देखने से इनकार कर दिया तो आरजू काफी गुस्सा हो गई और उसने डंडा उठाकर थानेदार के हाथ पर मार दिया जिससे उसका हाथ जख्मी हो गया। अभी मामला उच्च अधिकारियों के संज्ञान में पहुंच गया है। इसके बाद सीओ का बिलासपुर रवि खोखर थाने पहुंचे । थाना प्रभारी राजीव कुमार ने बताया है कि मामले में मेरा तो कोई रोल ही नहीं है। विवाद दो महिला कांस्टेबल के बीच हुआ।