अल्मोड़ा। एक ओर जहां देश में बेरोजगार युवाओं की भीड़ रोजगार तलाश रही है वहीं दूसरी ओर सरकारें भी इस समस्या को कम करने का लगातार प्रयास कर रही है। इसी बीच मध्य प्रदेश सरकार के एक निर्णय को लेकर आजकल चर्चा तेज है। दरअसल मध्यप्रदेश सरकार ने अपने रोजगार पोर्टल पर पंजीकृत बेरोजगारों को ‘आकांक्षी युवा’ का नाम दिया है।
अब इस नाम परिवर्तन के बाद जहां एक ओर विपक्ष का कहना है कि यह मौजूदा रोजगार संकट को छिपाने का प्रयास है। वहीं सत्तापक्ष के अनुसार आज की युवा पीढ़ी को सरकारी नौकरी ही नहीं बल्कि स्टार्टअप और अन्य रोजगारों के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है। ऐसे में यदि उनके नाम में परिवर्तन हुआ है तो इससे विपक्ष को क्यों तकलीफ हो रही है।