वक्ताओं ने कहा कि मुलायम सिंह यादव की सरकार के समय यह जघन्यतम काण्ड को अंजाम दिया गया। लेकिन उसके बाद सत्ता में आने वाली सभी पार्टियों ने कभी भी उस काण्ड के दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने में दिलचस्पी नहीं दिखाई। बल्कि मुज्फ्फरनगर काण्ड के दोषियों को बचाने में सबने ताकत जरुर लगाई।
धरना प्रदर्शन में उत्तराखंड लोक वाहिनी के जिलाध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता जगत सिंह रौतेला, छावनी परिषद अल्मोड़ा के उपाध्यक्ष जंग बहादुर थापा, महासचिव पूरन चंद तिवारी, रेवती बिष्ट ,कुणाल तिवारी , प्रवक्ता डॉक्टर दया कृष्ण कांडपाल ,अजय मित्र सिंह बिष्ट ,कुंदन सिंह, अजय मेहता ,सूरज टम्टा ,शमशेर जंग रंग ,हरीश मेहता, अनीस उद्दीन,अभिषेक पेटशाली आदि मौजूद रहे।