उक्रांद(ukd) ने मनाया स्थापना दिवस…कहा, राज्य से जुड़े मुद्दों के लिए जारी रहेगा संघर्ष

ukd celebrated foundation day अल्मोड़ा, 25 जुलाई 2020उत्तराखण्ड क्रांति दल(ukd) की जिला इकाई द्वारा दल का 41वां स्थापना दिवस यहां लोअर माल रोड स्थित जय…

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ukd celebrated foundation day

अल्मोड़ा, 25 जुलाई 2020
उत्तराखण्ड क्रांति दल(ukd) की जिला इकाई द्वारा दल का 41वां स्थापना दिवस यहां लोअर माल रोड स्थित जय ​श्री कॉलेज के सभागार में मनाया गया.

इस दौरान वक्ताओं ने दल के संघर्ष, इतिहास व संगठन की मजबूती को लेकर अपने विचार रखें. कहा कि राज्य से जुड़ें मुद्दों व विकास के लिए संघर्ष जारी रहेगा.

सर्वप्रथम अमर शहीद श्रीदेव सुमन के बलिदान दिवस के अवसर पर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर कार्यकर्ताओं ने उन्हें श्रद्धाजंलि अर्पित की गई.

कार्यकर्ताओ को सम्बोधित करते हुए उक्रांद(ukd) के केन्द्रीय उपाध्यक्ष ब्रह्मानंद डालाकोटी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्र को पृथक प्रशासनिक इकाई बनाने की मांग आजादी के पहले से ही होती रही. आजादी के बाद विभिन्न दलो के लोग विभिन्न मंचो से पर्वतीय क्षेत्र की उपेक्षा का मुद्दा उठाते रहे और पर्वतीय क्षेत्र को पृथक राज्य बनाये जाने की मांग करते रहे चुनावी व दलगत हितो के चलते यह मांग जोर नहीं पकड़ पाई.

उत्तराखण्ड राज्य के लिए गम्भीर सोच रखने वाले बुद्धिजीवियों ने 24-25 जुलाई 1979 को मंसूरी मे एक सम्मेलन आहूत किया और 2 दिन चले गहन विचार विमर्श के बाद राज्य के लिए निरन्तर संघर्ष करने वाले संगठन की आवश्यकता को महसूस करते हुए उत्तराखण्ड के बुद्धिजीवियों ने एक राजनैतिक दल के गठन का निर्णय लिया.

काफी गहन विचार विमर्श के बाद अमर शहीद श्रीदेव सुमन की पुण्य तिथि पर महान वैज्ञानिक कुमाऊं विश्वविद्यायल के पूर्व कुलपति डॉ. डीडी पंत की अध्यक्षता में उत्तराखंड क्रांति दल (ukd) का गठन किया गया.

गठन के बाद दल(ukd) ने सड़क से लेकर सदन तक लगातार राज्य के लिए संघर्ष किया. परिणामस्वरूप 9 नवम्बर 2000 को उत्तराखण्ड राज्य बना. उत्तराखण्ड राज्य बनने के बाद भी दल की भावनाओं के अनुरूप राज्य का विकास न हो पाने की कसक लिए उक्रांद (ukd) कार्यकर्ता उत्तराखण्ड के सर्वांगीण विकास हेतु संघर्षरत है और आगे भी राज्य से जुड़ें मुद्दों के लिए संघर्ष जारी रहेगा.

केंद्रीय उपाध्यक्ष डालाकोटी ने अमर शहीद श्रीदेव सुमन की शहादत को याद करते हुए उनसे प्रेरणा लेकर उत्तराखण्ड के विकास हेतु संघर्ष करने का आह्वान किया.

जिलाध्यक्ष शिवराज बनौला ने कहा कि जिस प्रकार टिहरी रियासत के अत्याचारों से टिहरी की जनता को बचाने के लिए श्रीदेव सुमन ने अपना जीवन का बलिदान कर दिया उसी प्रकार उक्रांद(ukd) कार्यकर्ताओं कि संघर्षों से उत्तराखंड राज्य का गठन हुआ है. बनौला ने कहा कि राज्य के विकास व इसे बचाने के​ लिए उक्रांद कार्यकर्ता बलिदान देने को तैयार है.

इस अवसर पर गोपाल मेहता, दिनेश जोशी, मुकेश सिंह, उदय महरा, सोनू बिष्ट, गगन पन्त, चम्पा कनवाल, रश्मि देवड़ी, चन्द्रा मटियानी सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद थे.

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