दिल्ली। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने देशभर के विश्वविद्यालयों को एक बार फिर से कहा है कि विश्वविद्यालय अपने विधिक निकायों के जरिए ऐसी व्यवस्था तैयार करें जिससे छात्रों के लिये एक साथ दो पाठ्यक्रमों की पढ़ाई सुगम हो सके।
इसके साथ ही यूजीसी ने विश्वविद्यालयों एवं उच्च शिक्षण संस्थानों (एचईआई) द्वारा स्थानांतरण प्रमाणपत्र या स्कूल परित्याग प्रमाणपत्र पर जोर दिए जाने के कारण पेश आने वाली परेशानियों पर भी संज्ञान लिया है।
यूजीसी के सचिव पी. के. ठाकुर ने विश्वविद्यालयों एवं उच्च शिक्षण संस्थानों को लिखे एक पत्र में कहा कि यूजीसी के संज्ञान में यह बात सामने आई है कि स्थानांतरण प्रमाणपत्र का स्कूल परित्याग प्रमाणपत्र पर जोर दिए जाने के कारण छात्रों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। UGC ने विश्वविद्यालयों को ऐसी व्यवस्था बनाने का निर्देश दिया है जिससे छात्रों को परेशानी का सामना न करना पड़े।