दो युवकों ने फर्जी दस्तावेज लगाकर फोन पे कंपनी में नौकरी हासिल कर ली। यह दोनो युवक राजस्थान के है। इसके बाद दोनो ग्राहकों का पैसा फर्जी तरीके से अपने खाते में ट्रांसफर करवाने का काम करते है। ऐसा उन्होंने एक दो नहीं बल्कि करीब 900 से अधिक बार किया।
जिससे उनके खातों में करोड़ों रुपए आ गए। इस मामले में उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
फोन पे कंपनी के साथ धोखाधड़ी करने के मामले में साइबर थाना पुलिस जयपुर ने 24 साल के युवक मनराज मीणा लालसोट श्रीरामपुरा और 23 साल के युवक लेखराज सेहरा निवासी मेहंदीपुर बालाजी सिकराय के नाहरखोरा को गिरफ्तार किया है। दोनों ने महज चार महीने के अंदर करोड़ों रुपए का घपला किया था। दोनों ने मिलकर फोन पे जैसी बड़ी कंपनी को 900 सेअधिक बार ठगी कर ली।
जानकारी अनुसार कुछ दिन पूर्व राजधानी जयपुर के साइबर थाने में फोन पे कंपनी के प्रतिनिधि ने एक मुकदमा दर्ज कराया था। जिस पर कंपनी के प्रतिनिधि ने कहा था कि कुछ लोगों ने कंपनी में गलत तरीके से सेंध लगाई है और 964 बार पैसा निकाला है। इन लोगों ने 964 अलग-अलग कार्ड का उपयोग किया है। यह कभी डेबिट कार्ड, कभी क्रेडिट कार्ड और कभी अन्य किसी तरह के कार्ड का उपयोग करते हैं और इस दौरान इन्होंने 3 करोड़ 97 लख रुपए से ज्यादा रकम निकाल ली है और उसे अपने खातों में ट्रांसफर कर लिया है ।
साइबर थाना पुलिस ने दोनों युवकों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि डेबिट और क्रेडिट कार्ड सर्विस प्रोवाइडर पे बैक फैसिलिटी का दुरुपयोग करके यह सारा पैसा उन्होंने निकला है।
कंपनी से यह पैसा ग्राहकों के खातों में जाता, लेकिन इन लोगों ने यह पैसा अपने खातों में डालना शुरू कर दिया। जब ग्राहकों ने वापस कंपनी से पैसे के बारे में बात की और धीरे-धीरे शिकायतें बढ़ने लगी तो कंपनी ने बड़े स्तर पर इसकी जांच पड़ताल की और पता चला करीब 4 करोड रुपए निकाल दिए गए हैं।
जिस पर पुलिस ने दोनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। अब दोनों से रकम की वसूली करने की कोशिश की जा रही है। पुलिस ने बताया कि दोनों युवक फोन पे कंपनी से ही जुड़े हुए थे और दोनों ने फर्जी दस्तावेजों से नौकरी ज्वाइन की थी। उनका काम यह था कि जब कभी किसी व्यक्ति का ट्रांजेक्शन फेल हो जाता और उसके अकाउंट से पैसा कट जाता था। तो पीड़ित कंपनी के कस्टमर केयर नंबर पर फोन करता था, तब यह लोग फोन रिसीव करते और जल्द ही उसका पैसा वापस दिलाने का भरोसा देते। जिसके बाद कंपनी से यह पैसा उनके खाते में डालने के नाम पर खुद के खाते में डलवा लेते थे। काफी समय तक तो कंपनी को पता ही नहीं चल रहा था कि यह क्या हो रहा है। लेकिन जब खुलासा हुआ तो वह पुलिस के पास पहुंचे और अब पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार किया है।