केदारनाथ में महिला से छेड़छाड़ के आरोप में उत्तराखंड के दो पुलिस कर्मियो को किया निलंबित

एक साल पहले मध्यप्रदेश से केदारनाथ के दर्शन के लिए आई एक महिला श्रद्धालु ने दो पुलिस उप निरीक्षक पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया था।…

Two Uttarakhand police personnel suspended for molesting woman in Kedarnath

एक साल पहले मध्यप्रदेश से केदारनाथ के दर्शन के लिए आई एक महिला श्रद्धालु ने दो पुलिस उप निरीक्षक पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। जिस पर दो पुलिस उप-निरीक्षक को निलंबित कर किया गया है। रुद्रप्रयाग की पुलिस अधीक्षक विशाखा अशोक भदाणे ने शुक्रवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि उप-निरीक्षक कुलदीप नेगी और केदारनाथ के थाना अधिकारी मंजुल रावत को एक जांच समिति की सिफारिश के आधार पर निलंबित किया गया है।

महिला पिछले साल मई में अपने आठ मित्रों के साथ केदारनाथ आयी थी। मंदिर में दर्शन करने के बाद उसके मित्र हेलीकॉप्टर से लौट गये। हेलीकॉप्टर में जगह न होने के कारण वह वहां अकेली रह गयी। श्रद्धालु हेलीकॉप्टर के अगले चक्कर की प्रतीक्षा कर रही थी लेकिन अचानक मौसम खराब हो गया और हवाई सेवा को रोक दिया गया। मंदिर में ठहरने की कोई उचित व्यवस्था नहीं थी, इसलिए उसने मुंजल रावत से सहायता मांगी।

महिला की शिकायत के आधार पर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि उसने श्रद्धालु को रात में पुलिस शिविर में रुकने के लिए कहा और कहा कि रात में सुरक्षा के लिए एक महिला कांस्टेबल की तैनाती कर दी जाएगी। हालांकि, केदारनाथ पुलिस शिविर में किसी महिला कांस्टेबल को नहीं भेजा गया और इसके बजाय उप-निरीक्षक नेगी शराब पीकर शिविर में आ गया और महिला श्रद्धालु से छेड़छाड़ करने लगे।

अगली सुबह वह अपने शहर इंदौर लौट आई और इस संबंध में महिला ने रुद्रप्रयाग की पुलिस अधीक्षक को व्हॉटसऐप पर शिकायत भेजी। शिकायत पर कार्रवाई करते हुए भदाणे ने गुप्तकाशी के सर्किल अधिकारी की अध्यक्षता में एक जांच समिति गठित कर दी, हालांकि जांच में कोई खास प्रगति नहीं हुई।

इस पर महिला ने अक्टूबर में उत्तराखंड मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर अपनी शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद, देहरादून के नगर पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार को मामले की जांच सौंपी गई। भदाणे ने बताया कि हाल में प्रशासन को सौंपी अपनी रिपोर्ट में कुमार ने दोनों पुलिसकर्मियों को दोषी ठहराया जिसके बाद 28 जून को उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गयी। उन्होंने बताया कि दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया।