Pithoragarh- दो पूर्व छात्र संघ अध्यक्षों ने की नेट-जेआरएफ परीक्षा उत्तीर्ण

युवाओं का राजनीतिक और सामाजिक गतिविधियों के साथ अकादमिक क्षेत्र में सफलता पाना अपने आप में मिसाल पिथौरागढ़। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से आयोजित राष्ट्रीय पात्रता…

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युवाओं का राजनीतिक और सामाजिक गतिविधियों के साथ अकादमिक क्षेत्र में सफलता पाना अपने आप में मिसाल

पिथौरागढ़। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से आयोजित राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा में पिथौरागढ़ स्नातकोत्तर महाविद्यालय के दो पूर्व छात्रसंघ अध्यक्षों ने सफलता प्राप्त की है। असिस्टेंट प्रोफेसर की पात्रता के लिए आयोजित इस परीक्षा में वर्ष 2017-18 में महाविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष रहे महेंद्र सिंह रावत ने पर्यावरण विज्ञान विषय से तथा वर्ष 2018-19 में छात्रसंघ अध्यक्ष रहे राकेश जोशी ने राजनीति विज्ञान विषय से नेट-जेआरएफ परीक्षा उत्तीर्ण की है।

गौरतलब है कि अपने अध्यक्षीय कार्यकाल के दौरान पिथौरागढ़ में विश्वविद्यालय आंदोलन से लेकर बहुचर्चित शिक्षक-पुस्तक आंदोलन में नेतृत्व देने के साथ ही जनपद और इसके आस पास के क्षेत्रों में पढ़ने की संस्कृति को लेकर विभिन्न पुस्तक यात्राओं, पुस्तक प्रदर्शनियों जैसे रचनात्मक आयोजनों में इनकी सक्रिय भूमिका रही है।
महेंद्र ने इस सफलता का श्रेय अपनी माताजी और समूह में पढ़ने-लिखने, चर्चा करने की आदत को दिया है। उन्होंने कहा कि ‘आरंभ स्टडी सर्कल’ द्वारा आयोजित होने वाले नियमित चर्चा-परिचर्चा के सत्रों ने न केवल नए-नए विषयों पर पढ़ने और सोचने को प्रेरित किया, बल्कि उनमें स्वतंत्र सोच के विकास में भी मदद की।

राकेश ने कहा कि छात्र राजनीति में सक्रिय होने के बाद से ही राजनीति विज्ञान को पढ़ने-समझने की ललक उनमें जागी। यही कारण था कि बीएससी और गणित से परास्नातक का छात्र होने के बावजूद उन्होंने राजनीति विज्ञान का विधिवत अध्ययन शुरू किया। इसके बाद मुक्त विश्विद्यालय से राजनीति विज्ञान विषय में डिग्री हासिल करने के साथ ही उन्होंने इसी विषय से नेट-जेआरएफ की परीक्षा देना तय किया।
महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य डॉ. डीएस पांगती ने इन छात्रों की इस सफलता पर खुशी जताई है। उन्होंने कहा कि राजनीति के साथ ही अन्य गतिविधियों में बेहद सक्रिय रहने के बावजूद इन छात्रों ने पढ़ाई में यह सफलता हासिल की है, जो एक उदाहरण है कि किस तरह राजनीतिक और अन्य गतिविधियों के साथ ही अकादमिक कार्य को भी साथ लेकर आगे बढ़ा जा सकता है।

महाविद्यालय के वर्तमान प्राचार्य डॉ.अशोक नेगी ने कहा कि छात्रों ने इस तरह की सफलता प्राप्त कर महाविद्यालय व पिथौरागढ़ को गौरवान्वित किया है। उन्होंने छात्रों की उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि छात्र नेताओं का इस तरह की उपलब्धि हासिल करना इसे विशिष्ट बनाता है।

जनमंच संयोजक भगवान रावत ने दोनों छात्र नेताओं को बधाई देते हुए कहा कि इन युवाओं की यह सफलता एक रचनात्मक छात्र राजनीति की प्रतीक है। मूलभूत मुद्दों पर लगातार संघर्ष और जन सरोकारों की राजनीति करने वाले इन छात्रों का इस तरह अकादमिक क्षेत्र में सफलता प्राप्त करना यह बताता है कि जागरूक युवा बहुत से मोर्चों पर एक साथ सक्रिय होने की ताकत रखता है।

सामाजिक कार्यकर्ता एवं पूर्व सभासद सुबोध बिष्ट ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि ऐसे दौर में जब राजनीति को कीचड़ मान लिया गया है, तब इन छात्र नेताओं ने साबित किया है कि पढ़ाई और जनहित के मुद्दों पर राजनीति साथ साथ चल सकते हैं। इन छात्र नेताओं ने एक मिसाल पेश की है।

जनता पुस्तकालय की संचालिका शीला पुनेठा ने दोनों युवाओं की सफलता पर कहा कि राजनीतिक आंदोलनों, सामाजिक संघर्षों एवं विविध रचनात्मक कार्यों के बीच भी इस तरह की सफलता प्राप्त करना एक विशेष उपलब्धि है।

पिथौरागढ़ में ‘पढ़ने की संस्कृति’ के विकास में इन युवाओं का बहुत महत्वपूर्ण योगदान है। पढ़ने की इच्छा रखने वाले लोगों तक अपने झोलों में पुस्तक भरकर पहुँचाने का काम भी इन युवाओं ने किया है।
महविद्यालय में जीव विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ.शंकर मंडल, भौतिकी विभागाध्यक्ष डॉ. जीएस गाड़िया, प्रो.हेम चन्द्र पांडेय, प्रेमलता पंत, ऋचा पुनेठा आदि ने प्रसन्नता जताते हुए इसे महाविद्यालय की एक बड़ी उपलब्धि बताया।