मध्य प्रदेश के ग्वालियर में उसे समय सनसनी फैल गई जब चेतकपुरी इलाके में सड़क पर खड़ी एक लड़की को दो लड़कों ने जबरदस्ती कार में बिठा लिया। मौके पर मौजूद लोगों ने अपहरण करने वाली कार का पीछा किया लेकिन इस दौरान तेज स्पीड की वजह से कार वहां से निकल गई।
इसके तुरंत बाद कार की जानकारी पुलिस को दी गई। दिनदहाड़े हुई लड़की के अपहरण की खबर सुनते ही पुलिस जांच में लग गई। इसके बाद पुलिस में संबंधित कार को रोका और जो खुलासा हुआ वह काफी हैरान करने वाला है।
ग्वालियर के चेतकपुरी इलाके में कुछ लोगों ने एक सफेद रंग की स्विफ्ट डिजायर कार में दो युवकों को एक लड़की को जबरन ले जाते हुए देखा था। चश्मदीदों ने पुलिस को तुरंत जानकारी दी और पुलिस ने भी मामले की गंभीरता को देखते हुए शहर में नाकाबंदी कर दी और संबंधित सफेद रंग की कार की डिटेल पुलिस चेकिंग प्वाइंट तक पहुंच गई।
रॉक्सी पुल रोड पर तैनात ट्रैफिक जवान वकील सिंह मावई का दावा है कि वायरलेस सेट पर मिले मैसेज के बाद सघन चेकिंग की जा रही थी।
इस दौरान सफेद रंग की कार आते हुए देखा उसे रोकने की कोशिश की गई तब करने बैरिकेडिंग तोड़कर भागने की कोशिश की लेकिन ट्रैफिक पुलिस के लोगों ने उसे पकड़ लिया और सकुशल लड़की को बरामद कर माधौगंज थाना पुलिस को सौंप दिया।
अपहरण की सूचना पर करीब 1 घंटे तक नाकाबंदी कर जब युवती और युवकों को थाने लाया गया, तो पता चला की लड़की बालिग है और उसका अपहरण नहीं किया था।
बताया जा रहा है कि कार युवक अच्छे दोस्त हैं। दोनों युवक की पहचान आर्यन और अभिषेक के रुप मे हुई जिसमें आर्यन की युवती से दोस्ती थी। युवती आर्यन से मिलने आई थी लेकिन आपस में विवाद होने की वजह से वह नाराज हो गई थी। इसके बाद आर्यन ने अपने दोस्त अभिषेक के साथ मिलकर उसका हाथ पकड़ कर जबरदस्ती उसे गाड़ी में बैठा लिया। इसी बीच जो भी उस समय मौके पर मौजूद थे उन्हें लगा की लड़की का अपहरण हुआ है।
इसी के चलते लोगों को गलतफहमी हो गई जिसके बाद पुलिस ने दोनों युवक और युवती को समझाते हुए उनके परिवार वालों को बुलाकर उन्हें सौंप दिया।
बहरहाल लोगों की सूचना पर ग्वालियर पुलिस ने करीब 1 घंटे से ज्यादा की मशक्कत के बाद संबंधित कार सवारों को पकड़ा। पुलिस को मामले में लगा कि बड़ी सफलता हाथ लगी है, लेकिन अपहरण की यह पूरी सूचना सिर्फ लोगों की देखने और समझने की गलतफहमी भर साबित हुई।