Training organized for Panchayat representatives in Baijnath
बागेश्वर, 19 फरवरी 2023- बागेश्वर के ब्लॉक गरुड़ के न्याय पंचायत बैजनाथ के जन मिलन केंद्र मेलाडुंगरी में पंचायती जन प्रतिनिधियों व कार्मिकों का प्रशिक्षण (Training)आयोजित किया गया।
पंचायती राज विभाग उत्तराखंड के तत्वाधान में जन जागरण समाज सेवी संस्था डाकपत्थर के द्वारा राष्ट्रीय ग्राम स्वराज के अंतर्गत पंचायतों के निर्वाचित प्रतिनिधियों एवं कार्मिकों हेतु जलापूर्ति, e गवर्मेंस, डिजिटल साक्षरता प्रशिक्षण, ठोस अपशिष्ठ प्रबंधन विषय पर दो दिवसीय प्रशिक्षण(Training) कराया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत ग्राम प्रधान, वार्ड सदस्यों, एवं अन्य लाइन कर्मचारियों की मौजूदगी में शुरू किया गया प्रशिक्षण को आगे बढ़ाते हुए जन जागरण समाज सेवी संस्था की मुख्य प्रशिक्षिका विभु कृष्णा ने ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नीति 2016 के बारे में बताया कि ठोस अपशिष्ट का सुव्यवस्थित व वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण और इसमें समुदाय की सक्रिय भागीदारी को सुनिश्चित करने के बारे में बताया।
उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत को यह अधिकार है की वह गंदगी फैलाने वालों पर दंड लगा सकती है । उन्होंने स्वच्छता पर जन जागरूकता बढ़ाने व ठोस अपशिष्ठ प्रबंधन की डीपीआर बनाने पर भी जोर दिया ।
सत्र को आगे बढ़ाते हुए प्रशिक्षक धीरेंद्र सिंह रावत ने उत्तम स्वास्थ्य व्यवस्था, स्वच्छता, शून्य भूखमरी, खुले में शौचमुक्त गांव एवं खुशहाली व स्वच्छ भारत मिशन पर विभिन्न गतिविधियों तथा सत्य घटनाओं पर आधारित डाक्यूमेंट्री फिल्मों के माध्यम से सभी जन प्रतिनिधियों को जागरूक किया।
उन्होंने सरकारी योजनाओं को क्रियान्वित करने के लिए सरकारी अधिकारी कर्मचारियों जो कि ग्राम स्तर पर काम कर रहे हैं से अनुरोध किया कि ग्राम पंचायत के पदाधिकारी, प्रधान, वार्ड सदस्यों को इन सभी विभागों से संपर्क कर अपनी ग्राम की विकास योजना में सम्मिलित करते हुए योजना बनाएं ।
दूसरे सत्र में पेयजल पर चर्चा करते हुए जन प्रतिनिधियों को बताया कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत स्वच्छ पर्याप्त गुणवत्तापूर्ण पानी किस प्रकार आपके घरों तक पहुंचाने के लिए सरकार कार्य कर रही है इस अवसर पर विभिन्न विभागों से आए अधिकारियों आगनबाड़ी, आशा वर्कर्स ने अपनी अपनी बात रखी ।
इस दौरान मेलाडुंगरि की ग्राम प्रधान कौशल्या देवी ने बताया कि किस प्रकार से एक महिला प्रधान बनने के बाद ग्राम की अन्य महिलाओं में बदलाव आए है। और बताया कि उन्होंने किस प्रकार से अपने गांव में स्वच्छता से लेकर गांव की विभिन्न परेशानियों का किस तरह से निवारण किया है साथ ही इस तरह के प्रशिक्षण हर 6 माह में होते रहने चाहिए जिससे गांव वालों में और भी जागरूकता बड़े।
प्रशिक्षण को आगे बढ़ाते हुए प्रशिक्षक दीपक पेटशाली एवं कविता नेगी द्वारा खेल एक्टिविटी के माध्यम से प्रशिक्षण दिया गया जिसमें मुख्य रूप से जैविक व अजैविक कूड़ा को रसोई घर से ही कैसे अलग अलग करें जिससे कूड़ा एक संसाधन बन जाता है जिसका आसानी से निस्तारण किया जा सकता है के बारे में बारीकी से समझाया गया खेल और डॉक्यूमेंटरी फिल्म जन प्रतिनिधियों को सबसे ज्यादा पसंद आई।
इस दौरान ग्राम पंचायत विकास अधिकारी पूजा वर्मा के द्वारा प्रशिक्षण के तरीके और प्रस्तुतिकरण की तारीफ की और सबका शुक्रिया अदा किया साथ ही वार्ड सदस्यों के सशक्तिकरण, प्रधानों के जागरूक होने और इस प्रकार की बैठक एवं प्रशिक्षण में सभी लाइन डिपार्टमेंट के शामिल होने की बात भी रखी गई।और बताया कि इस तरह के प्रशिक्षण हमारे गांव के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं इस अवसर पर विभु कृष्णा,धीरेंद्र सिंह रावत, दीपक पेटशाली, कविता नेगी आदि मौजूद रहे।