देहरादून, 10 मार्च 2021
उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री के रूप में तीरथ सिंह रावत (Tirath Singh Rawat) के नाम पर मुहर लग गई है। निवर्तमान सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने विधानमंडल की बैठक में उनके नाम का प्रस्ताव रखा, जो ध्वनिमत से पारित हुआ।
तीरथ सिंह रावत (Tirath Singh Rawat) के मुख्यमंत्री बनने के बाद उनके समर्थकों में काफी उत्साह है। बता दे कि निवर्तमान सीएम त्रिवेंद्र के इस्तीफा के बाद प्रदेश के नए सीएम के लिए कई नामों पर चर्चा चल रही थी। लेकिन पार्टी हाईकमान ने तीरथ को प्रदेश की कमान सौंपी है। उनका नाम सीएम के लिए तय होने पर सभी चर्चाओं पर विराम लग गया है।
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तीरथ ने जताया पार्टी हाईकमान का आभार—
उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद तीरथ सिंह रावत (Tirath Singh Rawat) ने पार्टी हाईकमान का आभार जताया है। कहा कि उन्होंने कभी कल्पना नहीं की थी कि एक दिन उन्हें इतनी बढ़ी जिम्मेदारी मिलेगी। उन्होंने कहा कि अटल जी से उन्हें प्रेरणा मिली, जिसके बाद वह भाजपा में आए। तीरथ ने कहा कि पार्टी ने उन्हें जो भी जिम्मेदारी दी उन्होंने उसे बखूबी निभाया और आगे भी निभाएंगे।
तीरथ सिंह रावत का राजनीतिक सफर—
तीरथ सिंह रावत (Tirath Singh Rawat) पौड़ी गढ़वाल की असवालस्यूं पट्टी के अंतर्गत ग्राम सिरौं में जन्मे। वे छात्र राजनीति से ही सक्रिय रहे। तीरथ राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय मंत्री रह चुके हैं।
तीरथ सिंह रावत (Tirath Singh Rawat) फरवरी 2013 से दिसंबर 2015 तक उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष थे। वह चौबट्टाखाल से भूतपूर्व विधायक (2012-2017) हैं। वर्तमान में तीरथ सिंह रावत भाजपा के राष्ट्रीय सचिव के साथ-साथ गढ़वाल लोकसभा से सांसद भी हैं।
तीरथ सिंह रावत (Tirath Singh Rawat) वर्ष 2000 में नवगठित उत्तराखण्ड के प्रथम शिक्षा मंत्री चुने गए थे। इसके बाद 2007 में भारतीय जनता पार्टी उत्तराखण्ड के प्रदेश महामंत्री चुने गए। इसके बाद प्रदेश चुनाव अधिकारी और प्रदेश सदस्यता प्रमुख रहे। 2013 उत्तराखण्ड दैवीय आपदा प्रबंधन सलाहकार समिति के अध्यक्ष रहे। वर्ष 2012 में चौबटाखाल विधान सभा से विधायक निर्वाचित हुए और वर्ष 2013 में उत्तराखण्ड भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बने।
इससे पहले वर्ष 1983 से 1988 तक तीरथ सिंह रावत राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक रहे। 2019 लोकसभा चुनाव में तीरथ सिंह रावत पौड़ी सीट से भाजपा के प्रत्याशी थे। वह भारी मतों से लोकसभा का चुनाव जीते थे। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के मनीष खंडूड़ी को 2,85,003 से अधिक मतों से हराया था। 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें हिमाचल प्रदेश का चुनाव प्रभारी भी बनाया गया था।
पूर्व मुख्यमंत्री व सांसद खंडूडी के सबसे करीबी लोगों में शामिल तीरथ सिंह रावत को आज 10 मार्च 2021 को उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री के रूप में जिम्मेदारी सौंपी गई है।