देहरादून। पूरा उत्तराखंड इन दिनों सरकारी नौकरियों में हुए भ्रष्टाचार की खबरों से पटा हुआ है। उत्तराखंड के युवा बेरोजगारों ने भी विरोध प्रदर्शन करते हुए इन सभी मामलों की उच्च स्तरीय जांच तथा रिक्त पदों पर शीघ्र नियुक्तियां करने की मांग उठाई है।
इसी बीच विधानसभा में बैकडोर भर्ती के मामले में भाजपा के गढ़वाल सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने पूर्व स्पीकर और मौजूदा कैबिनेट मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल को घेरा है।
प्रेमचंद अग्रवाल को निशाने पर लेते हुए तीरथ ने कहा मंत्री द्वारा यह कहना कि पहले वाले भी गलत करके गए तो हमने भी भर्तियां की, तो एक अंतर स्पष्ट कर दूं कि हमारा काम है कि पहले वालों ने भ्रष्टाचार किया उसी को तो हम समाप्त करने करे लिए आए थे, आए हैं।”
बताते चलें कि मामले पर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी अग्रवाल को घेर चुके हैं। वह कह चुके हैं कि घोटालों का इसलिए बचाव नहीं किया जा सकता कि पहले वालों ने भी किया है। बहरहाल दोनों मुख्यमंत्रियों ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि भर्तियों में गड़बड़ी हुई है उस पर एक्शन होना ही चाहिए।
तीरथ ने यह भी स्पष्ट किया कि जो भी बयान प्रेमचंद अग्रवाल अपनी सफाई में दे रहे ये उनके व्यक्तिगत मत हैं न कि पार्टी का मत। मेरी पार्टी की विचारधारा है कि उसके लिए पहले देश, फिर जनता और फिर गड़बड़ करता है तो वह भुगतेगा और भुगतना भी चाहिए और अगर भुगतेगा। तीरथ ने साफ कहा कि चाहे नेता हो या अधिकारी गड़बड़ी की है तो कटघरे में खड़ा होना पड़ेगा और सजा भी भुगतनी होगी।