बिहार में यूं खुला काले कारोबार का राज, एक साथ ट्रक पर लदे थे 610 बोरे फिर पुलिस ने लिया एक्शन

बिहार के जमुई की मलयपुर पुलिस ने 13 अगस्त को संदेश स्थिति में सड़क किनारे खड़े एक ट्रक को पकड़ा था। पुलिस को देखकर ट्रक…

This is how the secret of black business was revealed in Bihar, 610 sacks were loaded on a truck at the same time, then the police took action

बिहार के जमुई की मलयपुर पुलिस ने 13 अगस्त को संदेश स्थिति में सड़क किनारे खड़े एक ट्रक को पकड़ा था। पुलिस को देखकर ट्रक चालक और उसका खलासी फरार हो गया था लेकिन पुलिस ने जब इस ट्रक की जांच की तो उसे पर चावल के बोरे लदे हुए थे जो ऊपर तिरपाल से ढके हुए थे।

पुलिस ने जब जांच की तो पता चला कि यह चावल कालाबाजारी के लिए जा रहे हैं। ट्रक पर 610 बोरे चावल के लदे हुए थे जिनकी कीमत ₹900000 बताई जा रही है। सबसे बड़ी बात तो यह है की कालाबाजारी का चावल लदा हुआ था और इस पर दो अलग-अलग नंबर प्लेट भी लगे हुए थे। एक नंबर प्लेट बिहार का तो दूसरा झारखंड का था।

बताया जा रहा है कि पुलिस को चकमा देने के लिए यह काम किया गया था। नंबर प्लेट को देखने के बाद मौके पर मौजूद पुलिस को काफी शक हुआ। जांच में पता चला कि उस पर चावल के बोरे लदे हैं। शुक्रवार को मलयपुर थाना पहुंचकर आपूर्ति विभाग के पदाधिकारी ने चावल के बोरों को अपने कब्जे में लेकर मामले की जांच की।

पकड़े गए चावल की जांच आपूर्ति विभाग के अधिकारी ने भी की और यह बताया कि जन वितरण दुकान के तहत गरीबों को दिए जाने वाले चावल को माफियाओं द्वारा कालाबाजारी के लिए ले जाया जा रहा था। बरहट के प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी के लिखित आवेदन पर इस मामले में एफआईआर दर्ज कर दी गई है।

प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी निधि कुमारी ने बताया कि पुलिस के द्वारा यह ट्रक जब्त किया गया था, जिस पर चावल के बोरे लदे हैं। कुल 610 बोरी चावल है जिसकी कीमत लाखों रुपए बताई जा रही है। पकड़े गए चावल कालाबाजारी के लिए जा रहे थे। प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी ने यह भी बताया कि कई बार लाभुक चावल का उपयोग न कर दुकान में बेच देते हैं, जिसे माफिया खरीद कर इसका कालाबाजारी करते हैं जो गैरकानूनी है।

इस मामले में पूरी जांच कर कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में अब ट्रक के नंबर प्लेट को लेकर भी कार्रवाई की जा रही है। अनाज के कालाबाजारी के इस मामले में संबंधित कार्यवाही भी की जा रही है।