उत्तरा न्यूज अल्मोड़ा— देवभूमि उत्तराखंड निवासी एक निरीह बाप ने राष्ट्रपति से इच्छामृत्यु मांगी है। एथलीट बेटी तथा पत्नी के इलाज से कर्ज में डूबा यह पिता अब चारों ओर से निराश हो चुका है। इनकी एथलीट बेटी घायल होने के बाद अभी भी उपचाराधीन है। जिंदगी के इस झंझावात में पहले पत्नी और फिर भाई की मौत ने पूरन चन्द्र जोशी नाम के इस सख्स की हिम्मत तोड़ दी है।
चारो ओर से निराश होकर अब द्वाराहाट क्षेत्र के छतगुल्ला निवासी पूरन चन्द्र जोशी ने राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु की अनुमति मागी है। आर्थिक रूप से असहाय हो चुके जोशी ने उत्तराखंड सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि एथलीट बेटी के उपचार का पूरा खर्च देने की घोषणा के बावजूद मात्र 13 लाख की राशि अस्पताल को दी। जबकि उपचार में कही अधिक राशि खर्च हुई है।
पूरन चंद्र जोशी ने एसडीएम के माध्यम से राष्ट्रपति को पत्र भेजा है। कहा है कि सड़क दुर्घटना में बेटी गरिमा गंभीर घायल हो गई थी। जिसके उपचार के लिए राज्य के मुख्यमंत्री ने पूरा खर्चा उठाने की घोषणा की थी। सरकार द्वारा मात्र तेरह लाख दस हजार की राशि इंडियन स्पाइनल इंजरी सेंटर नई दिल्ली को भुगतान की गई। जबकि उपचार में बहुत अधिक राशि खर्च हुई। जिसके बिल मुख्यमंत्री कार्यालय में जमा करवा कर आर्थिक मदद के लिए आवेदन किया, मगर सरकार द्वारा अन्य कोई भुगतान नहीं किया गया।
पूरन जोशी ने कहा है कि बेटी गरिमा के उपचार के लिए उसने दो बैंकों से कर्ज भी लिया है जिसे वह जमा नहीं कर पा रहा। बता दें कि गरिमा सड़क दुर्घटना से पूर्व राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुकी है। इस बीच कैंसर पीड़ित पत्नी की मृत्यु के बाद कर्ज के सदमे के कारण दो माह पूर्व छोटे भाई की भी मृत्यु हो चुकी है। बेटी गरिमा इलाज के अभाव में जीने को मजबूर है। इन सब परेशानियों के अलावा ऋण के बोझ से परेशान होकर वह इच्छा मृत्यु चाहता है। परिस्थितियों के हिसाब से राष्ट्र पति से इच्छा मृत्यु की अनुमति प्रदान करने की गुहार लगाई है।