बदइंतजामी पहचान बन गई इस बैंक की,उपभोक्ताओं ने दी आंदोलन की चेतावनी

This bank became a bad identity, consumers

IMG 20200911 WA0025

This bank became a bad identity, consumers warned of the movement बदइंतजामी पहचान बन गई इस बैंक की

बदइंतजामी पहचान बन गई इस बैंक की

धौलछीना (अल्मोड़ा।) ग्राहक सेवाओं को लेकर अक्सर चर्चा में रहने वाले भारतीय स्टेट बैंक धौलछीना में अब 3 महीने से प्रिंटर खराब है|

स्थानीय लोगों का कहना है कि इससे उनको भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यही नहीं लोग शिकायत कर रहे हैं कि धौलछीना स्थित भारतीय स्टेट बैंक की शाखा लंबे समय से अपनी लचर व्यवस्थाओं के साथ चल रही है। आए दिन बैंक के प्रिंटर मशीन, कंप्यूटर खराब हो जाना आम बात है। यही नहीं बैंक का प्रिंटर पिछले 3 महीनों से खराब पड़ा है। जिस कारण ग्राहकों की नई पासबुक नहीं बन पा रही है। महीनों से खराब पड़े प्रिंटर को ठीक करवाने पर बैंक प्रबंधन द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

बैंक आए लोगों का कहना है कि वर्तमान में सरकार द्वारा चलाई जा रही कई डिजिटल ऑनलाइन योजनाओं आदि योजनाओं में बैंक पासबुक की छायाप्रति मांगी जा रही है। लेकिन बैंक शाखा में प्रिंटर खराब होने से पासबुक नहीं मिल पा रही है। ग्रामीण दूरदराज से हर रोज पासबुक बनवाने तथा पुरानी भर चुकी पासबुक की नई पासबुक बनवाने बैंक शाखा में पहुंचते हैं पर हर बार उन्हें प्रिंटर खराब होने की जानकारी देकर टरकाया जा रहा है|
लोगों ने बताया कि पिछले 3 महीनों में लगभग 745 से अधिक स्कूली बच्चों समेत उपभोक्ता पासबुक का इंतजार कर रहे हैं। यहां यह भी दीगर है कि जून महीने में बैंक की अव्यवस्थाओं को लेकर व्यापार मंडल धौलछीना व प्रधान संगठन भैंसिया छाना ने क्षेत्रीय जनता तथा उपभोक्ताओं को साथ लेकर 29 जून को बैंक में तालाबंदी कर दी थी। एसबीआई के रीजनल ऑफिसर अल्मोड़ा व उच्चाधिकारियों से मिले आश्वासन के बाद दो से तीन माह के अंदर बैंक की व्यवस्था व एटीएम ठीक करवाने के लिखित आश्वासन पर बैंक का ताला खोला गया। लेकिन तब से अब तक बैंक की व्यवस्थाओं में कुछ भी बदलाव नहीं आया है। हां ब्रांच मैनेजर को जरूर बदल दिया गया|
मात्र 2 कर्मचारी एक बैंक मैनेजर तथा कैशियर के सहारे यह बैंक चल रहा है| जबकि यहां 4500 से अधिक उपभोक्ता यहां से जुड़े हैं|

बैंक में 2 क्लर्क वह एक कैश ऑफिसर के पद रिक्त हैं, इसी सप्ताह कैश ऑफिसर का भी स्थानांतरण हो चुका है । उपभोक्ताओं के मुताबिक बैंक में टोकन की व्यवस्था नहीं है जिस कारण ग्राहकों को घंटों चेक व पासबुक हाथ में लेकर लाइन में खड़ा रहना पड़ता है। कई बार बुजुर्ग उपभोक्ता काफी परेशान हो जाते हैं|

बैंक कर्मचारियों के रूखे व्यवहार के चलते कई बार शाखा में विवाद की सी स्थिति पैदा हो जाती है|व्यापार मंडल अध्यक्ष दरबान सिंह रावत तथा प्रधान संगठन अध्यक्ष चंदन सिंह मेहरा ने आरोप लगाया कि पिछले कई वर्षों से बैंक ने ग्राहक गोष्ठी तक नहीं कराई है। फिर से एक बार बैंक का एटीएम ठीक करवाने वह बैंक की व्यवस्थाएं को लेकर जिला अधिकारी को ज्ञापन सौंपेंगे वह पुनः आंदोलन करने की चेतावनी दी है|
इधर एसबीआई के शाखा प्रबंधक गुलशन कुमार के मुताबिक खराब प्रिंटर को ठीक करवाने के लिए भिजवाया है तथा नए प्रिंटर के लिए भी आवेदन किया है जल्द ही समस्या दूर हो जाएगा। एटीएम ठीक कराने की प्रक्रिया चल रही है कुछ समस्याएं बैंक के स्टाफ की कमी के चलते बनी हुई है, सभी समस्याओं को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है|