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यह हैं अल्मोड़ा महोत्सव के बाद के रंग, विद्यालय की फिजा बिगड़ी, कूड़ा करकट व गंदगी बयां कर रही हकीकत

Newsdesk Uttranews
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अल्मोड़ा। वाकई में इस बार जीआईसी अल्मोड़ा के शिक्षकों व छात्रों को अल्मोड़ा महोत्सव याद रहेगा। महोत्सव के बाद स्कूल परिसर के आसपास का क्षेत्र कूड़ा करकट से पटा हुआ है। यही नहीं स्कूल के मुख्य हाल समेत अन्य कई कक्षों में कई कुर्सी टेबल तोड़ी गई है। लेकिन हैरत की बात यह है कि महोत्सव समाप्ति के चार दिन बाद भी इस ओर जिम्मेदार अधिकारियों का ध्यान नहीं गया। नगरपालिका के जिम्मेदार अधिकारियों ने भी इसकी सुध नहीं ली। स्कूल प्रबंधन के लिए यह समस्या कोई नयी नहीं है बल्कि आयोजन स्थल बन चुके इस ऐतिहासिक स्कूल में हर बार यह समस्या रहती है।

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दरअसल जिला प्रशासन की ओर से बीते 17 से 20 अक्टूबर तक अल्मोड़ा महोत्सव का आयोजन यहां जीआईसी खेल मैदान ​में किया गया। महोत्सव के चलते चार दिन तक नगर में खूब रौनक रही। मिनी खेल मैदान में लगाये स्टॉलों में लोगों ने खूब खरीदारी भी की। दिन—रात हुए सांस्कृतिक, धार्मिक, फिल्मी समेत तमाम कार्यक्रमों का लोगों ने जमकर लुत्फ उठाया। लेकिन महोत्सव समाप्ति के बाद स्कूल परिसर में फैली गदंगी पर किसी का ध्यान नहीं गया। स्कूल परिसर का अधिकांश हिस्सा गंदगी से पटा हुआ है। मिनी खेल मैदान में शराब की बोतले व प्लास्टिक कूड़ा जगह—जगह फैला हुआ है। जिससे स्कूल में पठन—पाठन का कार्य प्रभावित होने के साथ—साथ छात्रों व समाज में लोगों के बीच गलत संदेश जा रहा है। साथ ही ऐतिहासिक स्कूल के रूप में पहचाने जाने इस विद्यालय की छवि भी धूमिल होते जा रही है। इसके अलावा इस बार स्कूल के मुख्य हाल में लगी फोटो प्रदर्शनी में कुछ अराजक तत्वों द्वारा कई कुर्सी व टेबल तोड़ी गई है। साथ ही शौचालय तथा एक कक्ष का ताला भी तोड़ा गया है। जिसको लेकर स्कूल प्रबंधन व​ शिक्षकों ने नाराजगी जताई है। बार—बार स्कूल परिसर में आयोजित हो रहे कार्यक्रमों व कई बार हो चुकी तोड़फोड़ को लेकर कई शिक्षक अंदरखाने इसका दबी जुबान विरोध कर रहे है।

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हालांंकि नगरपालिका द्वारा कुछ सफाई​कर्मियों को जीआईसी मैदान भेजा गया था। लेकिन सफाईकर्मी आधी अधूरी सफाई कर वापस लौट आये। स्कूल परिसर में सफाई ढंग से हुई है या नहीं अधिकारी इस बात से अनभिज्ञ रहे। एक ओर स्वच्छ भारत​ मिशन के तहत आए दिन नगर में स्वच्छता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है दूसरी ओर शिक्षा के मंदिर में लगे गंदगी के अंबार की अनदेखी पर जिम्मेदार अधिकारी खुद ही सरकार के स्वच्छ भारत मिशन को पलीता लगा रहे है। स्कूल परिसर में इस तरह की अव्यवस्था को लेकर अल्मोड़ा महोत्सव का आयोजन करने वाले जिला प्रशासन के उपर भी अब लोग कई सवाल उठाने लगे है।
इधर ईओ नगरपालिका श्याम सुंदर प्रसाद ने कहा कि वह स्कूल परिसर का निरीक्षण करेंगे अगर वहां सफाई ठीक से नहीं हुई होगी तो वह दोबारा सफाई करायेंगे।

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