सऊदी के रेगिस्तान में हुई जबरदस्त बर्फबारी, खूबसूरत तस्वीरें सोशल मीडिया पर हो रही है वायरल, जाने कुदरत का करिश्मा या कहर

जहां रेगिस्तान होते हैं वहां बहुत गर्मी होती है और लोग बारिश के लिए भी तरसते हैं लेकिन अगर ऐसी जगह पर बर्फबारी हो जाए…

There was heavy snowfall in Saudi desert, beautiful pictures are going viral on social media, know whether it is miracle of nature or havoc

जहां रेगिस्तान होते हैं वहां बहुत गर्मी होती है और लोग बारिश के लिए भी तरसते हैं लेकिन अगर ऐसी जगह पर बर्फबारी हो जाए तो आप क्या कहेंगे? यह किसी फिल्म की कहानी जैसा लगता है लेकिन सऊदी अरब के बड़े अल-जौफ रेगिस्तान में बर्फबारी देखने को मिली है। अल-जौफ क्षेत्र में बर्फबारी की घटना देखकर हर कोई हैरान रह गया है।

आपको बता दे इस क्षेत्र में काफी बर्फबारी देखने को मिली है। सऊदी अरब का यह क्षेत्र सामान्य तौर पर गर्म रहता है लेकिन अचानक से बर्फबारी होने से सभी हैरान हो गए हैं। अगर आप इसकी तस्वीर देखेंगे तो आपको लगेगा जैसे यह कोई ठंडा देश है और इसकी तस्वीर भी काफी वायरल हो रही हैं।

सोशल मीडिया पर इन दिनों सऊदी अरब के अल-जौफ क्षेत्र में बारिश और बर्फबारी की घटनाएं देखने को मिल रही हैं। इस क्षेत्र का काफी हिस्सा रेगिस्तान में फैला हुआ है। बर्फबारी के बाद पूरे रेगिस्तान में बर्फ की सफेद चादर है बिछी हुई नजर आ रही है। सामान्य तौर पर तो इस जगह काफी गर्मी पड़ती है। लेकिन इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि यहां बर्फबारी हुई है।

इस घटना ने पूरे तापमान को भी काफी कम कर दिया है जहां बर्फबारी हुई उसे लोग कुदरत का करिश्मा कह रहे हैं और बताया जा रहा है कि बर्फबारी होना दुनिया के लिए अच्छा संकेत है। कुछ लोग इस ग्लोबल वार्मिंग का इफेक्ट कह रहे हैं।

सामान्य तौर पर रेगिस्तान में बर्फबारी नहीं देखने को मिलती। सऊदी अरब के अल-जौफ में भी यह पहला मौका है जब बर्फबारी हुई है लेकिन अगर आप सोच रहे कि किसी रेगिस्तान में यह पहली बर्फबारी है। तो ऐसा नहीं है। दुनिया के सबसे बड़े रेगिस्तान सहारा रेगिस्तान में पहले कई मौकों पर बर्फबारी हुई है।

आखरी बार साल 2021 में तापमान -2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। जिस वजह से वहां बर्फबारी देखने को मिली थी। कई लोगों के मन में यह सवाल आता है आखिर रेगिस्तान में बर्फबारी क्यों होती है। तो बता दें इसे लेकर वैज्ञानिकों का मानना है कि जलवायु परिवर्तन की वजह से ऐसा होता है।