अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज:: केवल चमचमाती ईमारतों वाला अस्पताल, सुविधाएं कब ?: केशव कांडपाल

अल्मोड़ा: चमचमाती इमारतों और बेहतर चिकित्सा सुविधाओं के दावों के बीच अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज में चिकित्सकों की कमी अब भी गंभीर समस्या बनी हुई है।…

अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज में चिकित्सकों की भारी कमी, मरीजों की उम्मीदें टूटी

अल्मोड़ा: चमचमाती इमारतों और बेहतर चिकित्सा सुविधाओं के दावों के बीच अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज में चिकित्सकों की कमी अब भी गंभीर समस्या बनी हुई है। वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता केशव दत्त कांडपाल ने मेडिकल कॉलेज की वर्तमान स्थिति पर गहरी चिंता जताते हुए कहा कि यहां स्वास्थ्य सेवाएं बेहद सीमित हो गई हैं, जिससे मरीजों को मायूस होकर अन्य अस्पतालों की ओर रुख करना पड़ रहा है।

कांडपाल ने बताया कि चिकित्सकों की कमी के चलते मरीजों को जिला अस्पताल से मेडिकल कॉलेज रेफर किया जाता है, लेकिन वहां भी पर्याप्त उपचार न मिलने के कारण उन्हें हल्द्वानी भेजना पड़ता है। नेत्र विभाग में पहले बेहतर कार्य शुरू किया गया था, लेकिन डॉक्टरों की कमी के कारण वहां भी सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। विभागाध्यक्ष के कंधों पर सारी जिम्मेदारी आ गई है, जिससे काम का दबाव बढ़ गया है।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा, सोमेश्वर चिकित्सालय को उच्च स्तर पर विकसित करने और बेस अस्पताल में स्तरीय सुविधाएं देने के वादे भी अब तक अधूरे हैं। कांडपाल का कहना है कि मेडिकल कॉलेज की मौजूदा स्थिति ने मरीजों की उम्मीदों को झटका दिया है। बेहतर चिकित्सा सुविधाओं के लिए खोले गए इस कॉलेज में मूलभूत आवश्यकताओं की कमी दूर करने की चुनौती अब भी बनी हुई है।

बताते चलें कि मेडिकल कॉलेज में हाल ही में तीन विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती की गई है, जिससे व्यवस्थाओं में कुछ सुधार की उम्मीद जताई जा रही है। प्रबंधन का कहना है कि फैकल्टी की कमी को दूर करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
वहीं मेडिकल कॉलेज में कई गंभीर शिकायतें भी सामने आई हैं। इनमें निजी लैब को सैंपल जांच का ठेका देने और वित्तीय अनियमितताओं के आरोप शामिल हैं। पुराने ओटी भवन, पैथोलॉजी विभाग और वार्ड ब्लॉक में 15 लाख रुपये की लागत से बिछाई गई ऑक्सीजन लाइन को तोड़ने का मामला भी उजागर हुआ है। डीएम के निर्देश पर मामले की जांच की जा रही है।

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