यहां अवैध रूप से चल रहा लीसा गढ़ान का कार्य, विभागीय अफसरों ने छापेमारी में 21 कुंतल अवैध लीसा किया जब्त: फैक्ट्री सीज, आरोपी स्वामी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू

अल्मोड़ा। वन विभाग के अफसरों की छापेमारी में अवैध लीसा गढ़ान का मामला पकड़ में आया है। अवैध रूप से चल रही लीसा फैक्ट्री से…

अल्मोड़ा। वन विभाग के अफसरों की छापेमारी में अवैध लीसा गढ़ान का मामला पकड़ में आया है। अवैध रूप से चल रही लीसा फैक्ट्री से 21 कुंतल लीसा जब्त किया गया है। डीएफओ ने फैक्ट्री सीज कर आरोपी स्वामी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच बैठा दी है। विभागीय अफसरों की अचानक छापेमारी के बाद वन क्षेत्रों में अवैध कारोबार करने वालों व विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है।
अवैध लीसा फैक्ट्री चलने की गोपनीय सूचना पर शनिवार को डीएफओ कुंदन कुमार व आईएफएस अधिकारी उत्तरी कुमाऊं वृत्त अभिलाषा सिंह ने ताकुला ब्लाक के दक्षिणी गणानाथ आरक्षित वन क्षेत्र में छापेमारी की। जहां हैरतअंगेज करने वाला मामला सामने आया। यहां बिना आवंटन के अवैध लीसा गढ़ान का कारोबार फलफूल रहा था। बिना अनु​मति के लीसा फैक्ट्री संचालित पायी गयी। तस्करों ने कम समय में अधिक लीसा निकालने के लिए एक पेड़ में चार—चार घाव किये थे। जिसमें 150 से अधिक पेड़ों को नुकसान पहुंचाया गया है।​ जिसे देख डीएफओ दंग रह गये। डीएफओ कुंदन कुमार ने बताया कि आरोपी चंदन सिंह उर्फ चंदन भोज के खिलाफ मामले में भारतीय वन अधिनियम 1927 के तहत सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। साथ ही अवैध रूप से चल रही लीसा फैक्ट्री को सीज कर जांच के आदेश दे दिये है। विभागीय अफसरों की इस कार्यवाही के बाद वन क्षेत्रों में अवैध कार्य करने वाले तथा विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है। डीएफओ ने बताया कि यदि मामले में किसी विभागीय अधिकारी या कर्मचारियों की संलिप्तता मिली तो उनके खिलाफ भी कार्यवाही की जायेगी।